मुख्य बातें
Bihar Election 2025: आनंद तिवारी, पटना. पटना जिले की चुनावी हवा इस बार कुछ अलग है. कई जगहों पर पोस्टरों पर चेहरा भले उम्मीदवारों का हो, लेकिन प्रचार के मोर्चे पर कमान पत्नियों ने संभाल ली है. मंचों पर जहां पुरुष उम्मीदवार जोश से भाषण दे रहे हैं, वहीं गलियों, चौखटों और महिला समूहों में संवाद की भाषा में समर्थन जुटाने का जिम्मा उनकी जीवन संगिनियों ने उठा रखा है. दीघा, दानापुर, पालीगंज, पटना साहिब और विक्रम जैसे विधानसभा क्षेत्रों में पत्नियां अपने पति की नैया पार लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक चुकी हैं. सुबह की शुरुआत जनसंपर्क से होती है और रात होते-होते प्रचार की थकान के बीच अगली सुबह की रणनीति बनती है.
Bihar Chunav: वाहनों से लेकर टोलियों तक-पत्नियों का अलग प्रचार तंत्र
राजधानी के उम्मीदवारों की पत्नियों ने न सिर्फ सड़कों पर उतर कर प्रचार की बागडोर संभाली है, बल्कि अपना अलग ‘प्रचार कार्यालय’ भी बना लिया है. उनके लिए वाहनों का इंतजाम, साथ चलने वाले कार्यकर्ताओं की सूची और दिनभर का कार्यक्रम तक तय है. कई जगह तो उम्मीदवारों ने पत्नियों के काफिले के लिए भोजन-पानी तक की विशेष व्यवस्था कर रखी है. प्रचार का अंदाज और जोश दोनों इस तरह है, मानो वे खुद चुनावी मैदान में हों.
Bihar Chunav: दीघा सीट: सुबह आठ बजे से पत्नी संभालती हैं बागडोर
दीघा सीट पर बीजेपी विधायक डॉ. संजीव चौरसिया और जन सुराज के रितेश रंजन उर्फ बिट्टू सिंह की पत्नियां क्रमश: वर्षा चौरसिया और विनिता बिट्टू सिंह सुबह आठ बजे से महिला मतदाताओं के बीच सक्रिय हो जाती हैं. गली-गली घूमकर संवाद, छोटी-छोटी बैठकों में हौसला बढ़ाना और हर घर में पति का संदेश पहुंचाना, यही इनका रोज का रूटीन है. शाम छह बजे तक ये उसी उत्साह के साथ लोगों से मिलती हैं, जैसे खुद प्रत्याशी हों.
Bihar Chunav: दानापुर: रितलाल और रामकृपाल की पत्नियां आमने-सामने
दानापुर विधानसभा में भाजपा के रामकृपाल यादव और आरजेडी के रितलाल यादव के बीच सीधा मुकाबला है. दिलचस्प यह है कि मैदान में केवल उम्मीदवार ही नहीं, उनकी पत्नियां भी उतनी ही सक्रिय हैं. रामकृपाल की पत्नी किरण देवी और रितलाल की पत्नी किरण कुमारी दोनों अपने-अपने जत्थों के साथ गली-कूचों में प्रचार कर रही हैं. महिलाएं बैठकें कर रही हैं, मतदाताओं से संवाद कर रही हैं, और रणनीति इस अंदाज में संभाल रही हैं जैसे अनुभवी प्रचार प्रबंधक हों.
Bihar Chunav: पालीगंज: संदीप सौरव की पत्नी दिव्या ने संभाली प्रचार की कमान
पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन प्रत्याशी डॉ. संदीप सौरव की पत्नी दिव्या ने अपने पति के साथ पूरा प्रचार तंत्र खड़ा कर रखा है. सुबह 8:30 बजे से महिला साथियों के साथ क्षेत्र में निकल पड़ती हैं और रात आठ बजे तक डोर-टू-डोर जनसंपर्क में जुटी रहती हैं. हर बैठक में उनका मकसद एक- संदीप सौरव को जिताना.
Bihar Chunav: पटना साहिब : गुड़िया और इशाद्रिता भी मैदान में
पटना साहिब सीट पर पहली बार किस्मत आजमा रहे बीजेपी प्रत्याशी रत्नेश कुशवाहा और कांग्रेस के सशांत शेखर के प्रचार में उनकी पत्नियां भी पूरी तरह सक्रिय हैं. रत्नेश कुशवाहा की पत्नी गुड़िया कुशवाहा और सशांत शेखर की पत्नी इशाद्रिता लहरी लगातार जनता से संपर्क में हैं. दोनों महिलाएं घर-घर जाकर पति के लिए समर्थन मांग रही हैं और युवाओं से सोशल मीडिया तक संवाद साध रही हैं.
Bihar Chunav: विक्रम: प्रियंका कुमारी की मेहनत चर्चा में
विक्रम विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थ गौतम की पत्नी प्रियंका कुमारी सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक प्रचार में रहती हैं. उनका खाना-पीना तक इलाके में ही हो रहा है. टोली के साथ घर-घर जा रही हैं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर समर्थन जुटा रही हैं. इलाके में कहा जा रहा है कि सिद्धार्थ से ज्यादा मेहनत तो प्रियंका कर रही हैं.
Bihar Chunav: मोकामा: अनंत सिंह की गैरमौजूदगी में नीलम देवी ने थामा मोर्चा
दुलारचंद यादव की हत्या मामले में जेल में बंद जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गैरहाजिरी में अब उनकी पत्नी नीलम देवी ने प्रचार का जिम्मा संभाल लिया है. समर्थकों के मुताबिक, नीलम देवी न सिर्फ अपने पति के नाम पर प्रचार करेंगी, बल्कि न्याय और जीत दोनों की लड़ाई लड़ेंगी. वह दिन-रात लोगों से मिल रही हैं और यह जताने में जुटी हैं कि अनंत सिंह भले जेल में हों, लेकिन उनका जनसंपर्क मोकामा की हर गली में जिंदा है.
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