संवाददाता,पटना राज्य के मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, सुपौल, खगड़िया, गोपालगंज और मधुबनी में बायोफ्यूल उत्पादन प्रोत्साहन (संशोधित) नीति 2025 के तहत कंप्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) यूनिट लगायी जानी है. सीबीजी उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए बियाडा ने विशेष औद्योगिक क्षेत्र चयनित किये हैं. इस संदर्भ में सीबीजी यूनिट लगाने के लिए बिहार के नौ औद्योगिक क्षेत्र में समुचित जगह मौजूद है. उद्योग विभाग ने आधिकारिक तौर पर ऐसे औद्योगिक क्षेत्रों की सूची जारी कर दी है. जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में बरियारपुर,कोर्रा और विष्णुपुर धरम , पश्चिम चंपारण में कुमारबाग, पूर्णिया में बनमंखी, सुपौल औद्योगिक क्षेत्र, खगड़िया जिले के परबत्ता ,गोपालगंज जिले के गोपालगंज फेज थ्री औद्योगिक क्षेत्र और मधुबनी जिले के लोहट फेज वन औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं. बियाडा की तरफ से चयनित इन औद्योगिक क्षेत्रों में सीबीजी इकाइयों के लिए ओएमसी और निजी आपूर्तिकर्ताओं को 25 % औद्योगिक भूमि 30 वर्षों के लिए 75,000 रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर पर पट्टे पर दी जायेगी. इससे बिहार को महत्वपूर्ण निवेश प्राप्त होने की संभावना है. 2024 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर मीट में उद्यमियों के साथ ही राउंट टेबल मीटिंग में इस क्षेत्र को बिहार में निवेश के लिए सबसे संभावनाशील क्षेत्र माना गया था. लिहाजा बायोफ्यूल उत्पादन प्रोत्साहन पॉलिसी 2023 में संशोधन करना पड़ा है. इसकी संशोधन पॉलिसी मंगलवार को जारी कर दी गयी है. कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) एक प्रकार का ईंधन है. यह अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ है, जिसका उपयोग मोटर वाहनों को चलाने के साथ ही खाना पकाने और अन्य कई कामों के लिए किया जा सकता है. इसे भविष्य का ईंधन माना जा रहा है. केंद्र सरकार इसे प्रोत्साहित कर रही है.
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