पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने दिल्ली सचिवालय पर हुई छापेमारी के बाद नीतीश कुमार द्वारा दिए गए बयान की चर्चा करते हुए कहा है कि तीन हजार फोन कॉल रिकार्डिंग और 50 अफसरों से मिले सबूत के बावजूद क्या किसी भ्रष्ट अफसर के खिलाफ केवल इसलिए छापे नहीं मारे जाने चाहिए कि उसे एक मुख्यमंत्री ने अपना प्रधानसचिव बना लिया है. इस मामले में कानून को अपना काम करने देना चाहिए लेकिन दुर्भाग्यवश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीबीआई की तारीफ करने की बजाए आरोपी को राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं.
मोदी ने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल की सजा काट रहे ओम प्रकाश चौटाला, चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद और सारदा चिंट फंड घोटाले के आरोपियों से घिरीं ममता बनर्जी से दोस्ती निभाने वाले नीतीश कुमार अब अरविंद केजरीवाल का साथ दे रहे हैं. वे बतायें कि क्या सरकारिया आयोग ने केंद्र-राज्य संबंध को बेहतर बनाने के लिए किसी मुख्यमंत्री के दागी अफसर को कानून से ऊपर रखने की भी सिफारिश की है ? अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के मंच का इस्तेमाल कर ईमानदारी का चोला पहना. बच्चों की कसम खाकर उस चोले का रंग गाढ़ा किया. जब झांसे में आकर दिल्ली की जनता ने उन्हें अपार बहुमत दे दिया,तब उन्होंने चोला फाड़ना शुरू किया.
पहले उनके मंत्री आरोपों में फंसे फिर, अफसर. उन्होंने दंतहीन और विवादास्पद लोकपाल बिल को पास कराया मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के 13 साल पुराने मामले में आरोपी आईएएस अधिकारी को प्रधान सचिव बनाया. 20 नवंबर को पटना आकर लालू से गले मिले और प्रधानमंत्री के प्रति अपशब्द बोलने का गुरुमंत्र लिया.