पटना : बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बिहार सरकार पर सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के बार-बार निर्देषों के बावजूद अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के निर्देषों का कोई असर नहीं दिख रहा है. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि दिनदहाड़े हत्या, बैंक लूट और डकैतियों का तांता लगा हुआ है. जमुई के खैरा से चोरी हुई भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी मूर्ति की बरामदगी में भी सरकार अब तक विफल है.
मोदी ने कहा कि शिवहर कलेक्ट्रेट से महज आधा किमी की दूरी पर बुधवार को दिनदहाड़े अपराधियों ने ग्रामीण विद्युतिकरण के काम में लगी कम्पनी टेक्नो पावर इंटरप्राइजेज प्रा. लि. के प्रधान सुपरवाइजर राजेन्द्र प्रसाद सिंह को रंगदारी नहीं दिए जाने पर एके-47 से भून डाला. वहीं मंगलवार को पूर्णिया के गुलाबबाग मंडी में आधी रात के बाद चावल व्यापारी की दुकान में डाका डाल कर डकैतों ने 30 लाख से ज्यादा रुपये लूट लिए. 20 लाख रुपये लेवी नहीं दिए जाने पर अपराधियों ने नालंदा जिलान्तर्गत हिलसा बाजार में हार्डवेयर व्यवसायी समेत दो को गोलियों से छलनी कर दिया जिनमें एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले 30 नवम्बर को एक दिन में प्रदेश में लूट की पांच बड़ी घटनाएं घटीं. अपराधियों ने जहां वैशाली में केनरा बैंक से 15 लाख और सीवान में ग्रामीण बैंक से 4 लाख रुपये वहीं सासाराम में अमृतसर के स्वर्ण व्यवसायी से 13 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए. सुशील मोदी ने कहा कि वैशाली के फ्लावर मिल से 1.63 लाख तो पूर्णिया में व्यवसायी से 6.25 लाख रुपये लूटे गए. 01 दिसम्बर को वैशाली के गोरौल और पूर्वी चम्पाारण के गोविंदापुर ग्रामीण बैंक से करीब 6 लाख रुपये लूट लिए गए. एक सप्ताह पहले नालंदा जिलान्तर्गत केनरा बैंक की शाखा से लुटेरों ने करीब 43 लाख रुपये लूट लिए थे.
सुशील मोदी का कहना है कि अपराध की बढ़ती घटनाओं को रोकने में जहां प्रदेश की पुलिस लाचार दिख रही हैं वहीं सरकार भी विवश नजर आ रही है. बैंककर्मी, व्यवसायी, निर्माण कार्य में लगी कम्पनियां और आम लोग भय और दहशत में हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को अपराध की घटनाओं को रोकेने के लिए कारगर पहल करने की जरूरत है.