पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार मंत्रिमंडल में नये चेहरों को मौका दिया है. मंत्रिमंडल में नये चेहरों में जहां तेजस्वी,तेजप्रताप, आलोक मेहता, कृष्णनंदन शर्मा के अलावा शिवचंद्र राम और संतोष निराला है. साथ ही नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक चेहरों में अब्दुल गफूर, खुर्शीद उर्फ फिरोज, और अब्दुल जलील मस्तान के अलावा अब्दुल बारी सिद्दकी को भी मौका दिया है. बिहार सरकार में मंत्री बने चेहरों का परिचय और प्रोफाइल कुछ यूं है.
1. तेजस्वी यादव
राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव ने राघोपुर सीट से चुनाव लड़ा था और नामांकन भरने के दौरान उन्होंने खुद को नवीं पास बताया था. इस बार के चुनाव के जरिए तेजस्वी ने पहली बार राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई. तेजस्वी ने राघोपुर में भाजपा के सतीश कुमार को 22,733 मतों से पराजित किया. अतीत में लालू और उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. राघोपुर की सीट से उनके पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी दो-दो बार विधायक रह चुके हैं.
2. तेजप्रताप यादव : राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र और राजद के युवा नेता हैं. गोपालगंज के मूल निवासी, पर पटना के वेटनरी कॉलेज एरिया में 208 कौटिल्यनगर के निवासी हैं. 25 वर्ष के तेज प्रताप सामाजिक कार्य और व्यवसाय से जुड़े हैं. तेजप्रताप ने इंटरमीडियट तक शिक्षा प्राप्त की है. विधानसभा चुनाव में पहलीबार चुनाव लड़े और 28155 मतों से हम के उम्मीदवार रविंद्र राय को पराजित किया. मिलनसार प्रवृति के तेज प्रताप विकास के काम में तकनीकि के प्रयोग के पक्षधर हैं. महिलाओं के विकास के लिए योजनाओं पर काम भी कर रहे हैं.
3. ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन लाेकसभा चुनाव
जदयू नेता एवं पिछली सरकार में पथ निर्माण मंत्री रहे राजीवरंजन उर्फ ललनसिंह भूमिहार समाज से आते है. नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ललन सिंह बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं.
4. आलोक कुमार मेहता : 49 वर्षीय आलोक कुमार मेहता पूर्व मंत्री तुलसी दास मेहता के पुत्र, मूल निवासी वैशाली जिले के महुआ प्रखंड के मिर्जापुर के हैं. सामाजिक कार्य से जुड़े हुए आलोक मेहता युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहे समस्तीपुर जिले के उजियारपुर से 2004 में सांसद रहे. इन्होंने बंगलौर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. सांसद रहते क्षेत्र के लोगों से लगातार संपर्क कर जन समस्याओं को दूर करने के लिए चर्चित. इस बार अपने निकतम प्रतिद्वंदी रालोसपा के अनंत कुशवाहा को 47460 वोंटों से हराया.
5. अब्दुल बारी सिद्दकी : 63 वर्षीय सिद्दकी राजद के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. दरभंगा जिले के अलीनगर प्रखंड के रुपसपुर के मूल निवासी हैं. सिद्दकी पांचवी बार विधायक चुने गए हैं. लालू प्रसाद की सरकार में वे कॉमर्सियल टैक्स और कला संस्कृति एवं खेल विभाग के मंत्री रह चुके हैं. मंत्री पद पर रहते बिहार में क्रिकेट की मान्यता के लिए लगतार संघर्षरत रहे.राजद की सरकार के सत्ता से बाहर होने पर सिद्दिकी बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता बनाये गये. सामाजिक कार्य की पृष्ठभूमि रखने वाले सिद्दकी पटना के ए. एन. कॉलेज से विज्ञान में इंटरमीडिएट की परीक्षा उतीर्ण हैं. इन्होंने भाजपा के मिश्रीलाल यादव को 7460 मतों से पराजित किया. पार्टी में इनकी पहचान लालू प्रसाद के बाद प्रमुख नेताओं में होती है.
6. डॉ अशोक चौधरी: 47 वर्षीय अशोक चौधरी वर्तमान में बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष हैं. राजनीति शास्त्र में पीएचडी अशोक चौधरी विधान पार्षद हैं राबड़ी देवी की सरकार में कारा राज्य मंत्री, रहते हुए जेल में वोकेशनल कंप्यूटर ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने का श्रेय इन्हीं को जाता है. बिहार प्रदेश कांग्रेस के 38वें अध्यक्ष, 2000 में बरबीघा से विधायक रहे हैं.
7. अब्दुल जलील मस्तान : 57 वर्षीय मस्तान इंटर कामर्स से किए हुए हैं मूलतः खेती और समाजसेव से जुड़े मस्तान अमौर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे. आठ बार विधायक रह चुके जलील मस्तान ने राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री पद ठुकराया था.
8. श्रवण कुमारः 56 वर्षीय श्री कुमार मूलतः समाज सेवा से जुड़े रहे हैं. इंटर तक पढ़ाई किए श्रवण कुमार ने नालंदा से भाजपा उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार को 2996 मतों से हराकर चुनाव जीते हैं. श्रवण कुमार का राजनीतिक जीवन तीस वर्षों से ज्यादा है. कई बार विधायक रह चुके श्रवण कुमार विधानसभा में जदयू के मुख्य सचेतक रहे हैं. साथ ही नीतीश और मांझी कैबिनेट में मंत्री भी रहे हैं.
9. जयकुमार सिंह : पेशे से सिविल इंजीनियर रहे जय कुमार सिंह राजनीति और समाजसेवा में सक्रिए हैं. 46 वर्षीय जय कुमार सिंह ने दिनारा विधानसभा से बीजेपी
के राजेंद्र सिंह को 2691 मतों से हराया है. नीतीश सरकार में मंत्री रहे जय कुमार सिंह लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं और नीतीश कुमार के विश्वासपात्रों में से
एक माने जाते हैं.
10. शिवचंद्र राम : राजापाकर सुरक्षित क्षेत्र से राजद के टिकट पर विधायक चुने गए हैं. शिवचंद्र राम ने लोजपा के रामनाथ रमण को 21155 मतों से हाराया है. 44 वर्षीय शिवचंद्र राम मुकंदपुर महुआ जिला वैशाली के रहने वाले हैं. स्नात्तक शिक्षित शिवचंद्र राम की पत्नी आंगनवाड़ी सेविका हैं और वह तीसरी बार विधायक बने हैं. विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक रहे हैं वर्तमान में पार्टी के युवा राजद इकाई के प्रदेश अध्यक्ष हैं. राजद सुप्रीमों के विश्वासपात्रों में से एक शिवचंद्र राम को पूर्व में पार्टी ने खगड़िया, छपरा, सीतामढ़ी, मधुबनी सहित अन्य जिलों के प्रभारी की जिम्मेवारी सौंपी थी.
11. राम विचार राय : मुजफ्फरपुर के देवरिया थाना क्षेत्र के माधोपुर बुजुर्ग के मूल निवासी हैं. साहेबगंज से राजद के टिकट पर चुनाव जीते. भाजपा के राजू कुमार सिंह को 11660 मतों से पराजित किया. 1990 से 2000 तक विधायक, आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री, लघु उद्योग मामले के चेयरमैन और राजद विधायक दल के सचेतक रह चुके हैं. 60 वर्षीय रामविचार राय लालू के करीबी माने जाते हैं 1972 में मैट्रिक की परीक्षा पास की और अनुभवी बताए जाते हैं.
12. डा अब्दुल गफूर : 56 वर्षीय अब्दुल गफूर विधानसभा में पार्टी के सचेतक और मुख्य सचेतक रह चुके हैं. लालू प्रसाद के विश्वास पात्रों में इनकी गिनती होती है और राजद के प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी रहे हैं. मूलतः सामाजसेवा और व्याख्याता पद से जुड़े रहे. 1980 में पटना विश्वविद्यालय से एम.ए. और 2000 में पीएचडी की उपाधि ली. सहरसा जिले के जलई के भेलाही गांव के निवासी हैं. पहली वार 1995 में विधायक बने, फिर 2000, 2010 और 2015 में राजद के टिकट पर चुनाव जीते हैं. इस बार राजद के टिकट पर महिषी विधानसभा क्षेत्र से रालोसपा के चंदन कुमार साह को 26135 मतों से हराया.
13. चंद्रिका राय : पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय के पुत्र हैं. इन्हें विरासत में ही राजनीति की शिक्षा मिली है. राजद के टिकट पर परसा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते. मूल निवासी सारण. जिला के दरिया पुर थाना क्षेत्र के बजहियां गांव के निवासी हैं. 53 वर्षीय चंद्रिका राय अनुभवी राजनेता माने जाते हैं.पटना विश्वश्द्यालय से 1978 में एमए किया है. छठी बार विधायक बनने वाले श्री राय पहलीबार 1985 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते. विधानसभा चुनाव में लोजपा के छोटेलाल राय को 37335 वोटों से पराजित किया.1998 से 2004 तक विज्ञान एवं प्रावैधिकी, भवन निर्माण विभाग, उत्पाद और खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री रहे.
14. विजेंद्र यादव : सुपौल विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधत्व करने वाले विजेंद्र यादव ने इसबार भाजपा उम्मीदवार किशोर कुमार मुन्ना को 37397 मतों से हराया. 69 वर्षीय विजेंद्र यादव 1990 से विधायक हैं. लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार और मांझी सरकार के कैबिनेट में बिजली, सिंचाई, वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे. 1974 के छात्र आन्दोलन में सक्रिय भी रहे हैं.
15. महेश्वर हजारी : 44 वर्षीय महेश्वर हजारी मूलतः कृषक परिवार से आते हैं. कल्याण पुर सुरक्षित विधानसभा सीट पर उन्होंने लोजपा के प्रिंस राज को 37,686 वोटों से हराया.
16. कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा : 65 वर्षीय कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा 1971 के स्नात्तक हैं सुगांव थाना मखदुमपुर जहानाबाद के रहने वाले वर्मा ने घोसी विधानसभा क्षेत्र से हम के राहुल कुमार को 21,625 वोट से हराया.
17. विजय प्रकाश : जमुई जिला के बरहट के मूल निवासी हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश नारायण यादव के भाई राजद के टिकट पर पहली बार चुनाव जीते हैं. विजय प्रकाश ने पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र और भाजपा के उम्मीदवार अजय प्रताप को 8249 मतों से पराजित किया. 44 वर्षीय विजय प्रकाश सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं. उन्होंने स्नात्तकोतर तक की परीक्षा पास की है.
18. शैलेष कुमार
जदयू खेमे से शैलेष कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली. नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले शैलेष कुमार ने जमालपुर सीटसे लोजपा के प्रत्याशीको पराजितकिया है.
19. मंजू वर्मा
जदयू कोर्ट से नयी कैबिनेट में एक मात्र महिला है जिन्होंने मंत्री पद की शपथ ली. चेरिया बरियारपुर सीट से इन्होंने लोजपा के प्रत्याशी अनिल कुमार चाैधरी को पराजित किया है.
20. संतोष निराला
जदयू खेमे से संतोष निराला ने मंत्री पद की शपथ ली. राजपुर सीट से पहले भी विधायक रह चुके हैं. भाजपा के विश्वनाथ राम को इन्होंने पराजित किया है. जदयू के पूर्व विधायक प्यारी देवी के पुत्र है और बसपा के जिला सचिव भी रह चुके हैं.
21. चंद्रशेखर
राजद खेमे से चंद्रशेखर ने मंत्री पद की शपथ ली. मधेपुरा विधानसभा सीट से इन्होंने भाजपा प्रत्याशी को पराजित किया है. मधेपुरा सीट पर मिली इस अहम जीत के लिए पुरस्कार के तौर पर उन्हें मंत्री बनाया गया है.
22. खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद
जदयू खेमे से फिरोज अहमद ने मंत्री पद की शपथ ली. सिकटा से भाजपा प्रत्याशी दिलीप वर्मा को इन्होंने पराजित किया है.
23. मुनेश्वर चौधरी
राजद खेमे से मुनेश्वर चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली. गरखा सीट से इन्होंने भाजपा के ज्ञानचंद मांझी को पराजित किया है.
24. मदन सहनी
जदयू खेमे से मदन सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली. गौराबौराम सीट से इन्होंने लोजपा प्रत्याशी विनोद सहनी को पराजित किया है.
25. कपिलदेव कामत
जदयू खेमे से कपिलदेव कामत ने मंत्री पद की शपथ ली. बाबूबरही सीट से इन्होंने लोजपा के प्रत्याशी विनोद कुमार सिंह को पराजित किया है.
26. अनिता देवी
राजद खेमे से एक मात्र महिला मंत्री के तौर पर अनिता देवी ने शपथ ली. नोखा सीट से इन्होंने भाजपा के रामेश्वर चौरसिया को पराजित किया है.
27. मदन मोहन झा
कांग्रेस के दिग्गज नेता मदन मोहन झा विधानपार्षद हैं. इन्होंने कांग्रेस खेमे से मंत्री पद की शपथ ली.
28. अवधेष कुमार सिंह
कांग्रेसखेमेसे विधायक अवधेश सिंह ने मंत्री पद कीशपथ ली. अवधेश ने वजीरगंज से भाजपा के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह को पराजित किया है.

