पटना : फरीदाबाद में दलितों को जलाए जाने की घटना पर केंद्रीय मंत्री वी के. सिंह के बयान की आग बिहार तक पहुंच चुकी है. वीके सिंह के बयान को आड़े हाथ लेते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि शोषण करने वालों को संघ व भाजपा बड़ा नेता मानती है.
देश में ये सब क्या हो रहा है? माना कि ज़ुबान में हड्डी नहीं होती पर मोदी के मंत्रियों की ये बदजुबानी देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ रही है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 22, 2015
लालू प्रसाद यादव ने आज एक के बाद एक ट्वीट करके बिहार में अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा पर करारा प्रहार किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि देश में ये सब क्या हो रहा है? माना कि ज़ुबान में हड्डी नहीं होती पर मोदी के मंत्रियों की ये बदजुबानी देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ रही है.
देश किस मुहाने पर खड़ा है? मैंने 2014 में कहा था देश टूटेगा या रहेगा, निर्णय आपने करना है. मेरी बातों को अनसुना करने का नतीजा सामने है.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 22, 2015
जो V.K Singh बोला वही BJP का मूल विचार है. जो दलित-पिछड़ा को जितना अधिक गाली देगा, शोषण करेगा उसको RSS व BJP उतना ही बड़ा नेता मानता है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 22, 2015
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि देश किस मुहाने पर खड़ा है? मैंने 2014 में कहा था देश टूटेगा या रहेगा, निर्णय आपने करना है. मेरी बातों को अनसुना करने का नतीजा सामने है. जो वीके सिंह बोल रहे हैं वही भाजपा का मूल विचार है. जो दलित-पिछड़ा को जितना अधिक गाली देगा, शोषण करेगा उसको संघ व भाजपा उतना ही बड़ा नेता मानता है.
Aghast at the senseless comment made by some BJP leaders including Union Minister on tragic Dalit killings in Haryana
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 22, 2015
इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट करके भाजपा को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि वीके सिंह का दलित हत्याकांड में जो बयान आया है उसकी जितनी निंदा की जाए कम है. भाजपा नेता इस मामले पर लगातार उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं. ये बयान असंवेदनशील है.
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने दलित हत्याकांड पर बयान देते हुए कहा है कि यदि कोई व्यक्ति कुत्ते को पत्थर मारता है तो सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. इस टिप्पणी के बाद विपक्ष ने सिंह को हटाने की मांग करते हुए उनके खिलाफ अनुसूचित जाति अत्याचार रोकथाम अधिनियम के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है. हालांकि ट्वीट करके वीके सिंह ने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है.