पटना: चुनाव आयोग की टीम का बिहार दौरा संपन्न होने के साथ ही विधानसभा चुनाव की तिथि और चुनाव के चरणों के निर्धारण में आयोग जुट गया है. चुनाव की तिथि और चरण के निर्धारण के लिए चुनाव आयोग बिहार के पर्व और त्योहार की तिथि का ब्योरा निर्वाचन विभाग से प्राप्त कर लिया है. आयोग की तैयारी के अनुसार इस बात की संभावना है कि बिहार विधानसभा चुनाव अधिक से अधिक चार चरण में पूरा किया जायेगा. इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम की तैयारी की जा रही है.
सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव की घोषणा सितंबर के पहले सप्ताह में की जा सकती है. अधिक से अधिक चार चरणों में मतदान कराये जा सकते हैं. 23 अक्तूबर को विजयादशमी और 25 अक्तूबर के मुहर्रम की छुटटी के बाद और दीपावली के पहले कम से कम तीन चरण के चुनाव करा लिये जायेंगे. अंतिम चरण के मतदान छठ पूजा के बाद कराया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग की यह कोशिश है कि मतदान की तिथि और पर्व के बीच अंतर को बनाये रखा जाये, ताकि लोगों को मतदान के कारण कोई परेशानी न हो.
अधिकारिक सूत्र ने बताया कि राज्य में 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के साथ ही त्योहारों का दौर शुरू होगा. यह सिलसिला 21 अक्तूबर के दुर्गापूजा और 25 अक्तूबर को मुहर्रम तक चलेगा. इस अवधि में मतदान कराना संभव नहीं है. अधिकारी ने बताया कि 26 अक्तूबर से 10 नवंबर तक कोई पर्व नहीं है. आयोग के अधिकारी का मानना है कि छठ पर्व में बिहार में बड़ी संख्या में लोग घर लौटते हैं. वे मतदान में भाग लेंगे. इससे मतदान की प्रतिशत में वृद्धि होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने भी कहा है कि निर्धारित प्रक्रिया के पहले चुनाव करा लिये जायेंगे.