पटना: पटना मेट्रो रेल परियोजना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरी झंडी दे दी है. मुख्यमंत्री ने पहले चरण में दो रूटों पर जबकि दूसरे चरण में दो नये रूटों पर मेट्रो परियोजना आरंभ करने पर सहमति जतायी है.
राइट्स ने बुधवार को मेट्रो परियोजना का प्रस्तुतीकरण मुख्यमंत्री के समक्ष किया गया. राइट्स को ही मेट्रो प्रोजेक्ट का अंतिम डीपीआर तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. मुख्यमंत्री से इस परियोजना को सहमति मिलने के बाद नगर विकास एवं आवास विभाग इस दिशा में आगे की कार्रवाई आरंभ करेगा. राजधानी में मेट्रो का जाल बिछाने के लिए चरणबद्ध रूप से कार्य किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने पहले चरण में दो कोरिडोर इस्ट-वेस्ट (दानापुर-मीठापुर, 13.68 किलोमीटर) कोरिडोर. दूसरा नॉर्थ-साउथ (पटना जंकशन-आइएसबीटी,14.2 किलोमीटर) के निर्माण की सहमति दी है. नार्थ-साउथ कॉरिडोर पटना जंकशन से गांधीमैदान, पटना विश्वविद्यालय, राजेंद्र नगर, कुम्हरार, जीरोमाइल से प्रस्तावित आइएसबीटी तक की मंजूरी दी है. दूसरे चरण में दानापुर से दीघा होते हुए गांधी मैदान तक और पुन: पटना विश्वविद्यालय से पूरब पटना इंजीनियरिंग कॉलेज, गुरुद्वारा होते हुए पुरानी बाईपास कॉरिडोर का निर्माण पटना सिटी तक किया जायेगा. इससे पटना शहर की पुरानी बसावट को संपर्कता दी जायेगी. तीसरे चरण में मीठापुर से जीरो माइल बाईपास चौक से एम्स कॉरिडोर की योजना ली जायेगी. राइट्स को इसके अनुसार डीपीआर को अंतिम रूप से तैयार करने के लिये परामर्श दिया गया. प्रस्ताव को मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जायेगा.
बैठक में नगर विकास एवं आवास मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त एसके नेगी, प्रधान सचिव मंत्रिमंडल समन्वय शिशिर सिन्हा, आयुक्त पटना प्रमंडल पटना बी. प्रधान, प्रधान सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकी इएलएसएन बाला प्रसाद, प्रधान सचिव कला,संस्कृति विवेक सिंह, प्रधान सचिव नगर विकास अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव भवन निर्माण अंशुली आर्या, प्रधान सचिव सूचना प्रावैधिकी त्रिपुरारी शरण, सचिव समाज कल्याण अरविंद चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार व अतीश चंद्रा सहित वरीय अधिकारी उपस्थित थे.