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बिहार में बारिश के कारण मृतक संख्या बढ़कर 28 हुई, हेलिकाप्टर से पटना में गिरायी गयी राहत सामग्री

पटना : बिहार में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के कारण अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस बीच प्रदेश की राजधानी पटना के जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के बीच सोमवार को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से खाने के पैकेट और अन्य आवश्यक […]

पटना : बिहार में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के कारण अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस बीच प्रदेश की राजधानी पटना के जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के बीच सोमवार को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से खाने के पैकेट और अन्य आवश्यक सामग्री गिरायी गयी. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि के नेतृत्व में सोमवार को एसडीआरएफ के दल ने तीन दिनों से पटना के राजेंद्र नगर इलाके में जलजमाव के कारण घर में फंसे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और उनके परिवार के सदस्यों को नौका से सुरक्षित जगह पहुंचा.

नाव से उतरने के बाद मीडियाकर्मियों ने जब उपमुख्यमंत्री से पूछा कि उनके इलाके में इतना जलभराव था और उन्होंने किन मुश्किलों का सामना किया तो वह बिना जवाब दिये ही वहां से रवाना हो गये. एनडीआरएफ के दल ने राजेंद्र नगर के रोड नंबर छह में जलभराव के कारण फंसी मशहूर भोजपुर गायिका शारदा सिन्हा और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित उनके आवास से निकाला.

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान जलमग्न हो गये पटना शहर के श्रीकृष्णापुरी इलाके में अपने घर के बजाय एक होटल में शरण लिए हुए हैं. मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एनडीआरएफ की एक नौका पर सवार होकर राजेंद्र नगर के जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के बीच नकदी और खाद्य सामग्री एवं पेयजल की बोतल वितरित की.

बिहार में सोमवार को बारिश के कारण हुए जलभराव में डूबने से जहानाबाद में दो और नवादा जिले के एक व्यक्ति की सोमवार को मौत होने के साथ प्रदेश में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 28 हो गयी है. अपुष्ट खबरों में मृतकों की संख्या 30 से अधिक बतायी गयी है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन मंत्री संजय झा और मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ सोमवार को पटना शहर और उसके आसपास के जलमग्न इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. मुख्यमंत्री ने इसके बाद एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में भारी बारिश से प्रभावित और बाढ़ग्रस्त इलाकों की स्थिति की जिला-स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिये.

राज्य सरकार के अनुरोध पर सोमवार को अपराह्न करीब तीन बजे से भारतीय वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर की मदद से पटना के जलमग्न इलाकों फंसे लोगों के बीच खाने के पैकेट सहित अन्य आवश्यक सामग्री गिरायी गयी. कल से एक और हेलिकाप्टर की मदद ली जायेगी. भारी बारिश से प्रभावित और बाढ़ग्रस्त इलाकों की समीक्षा किए जाने के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वर्षा के बाद जहां जलभराव की स्थिति है, उसकी निकासी का काम तेजी से करें. जहां नदियों के जलस्तर में वृद्धि की स्थिति बनती है, वहां सभी जिलाधिकारी राहत शिविर के लिए जगहों का चयन कर लें और स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार रहें. नदियों के जलस्तर पर सतत् निगरानी रखी जाये.

नीतीश कुमार ने कहा कि अधिकारी सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित रखें और जहां जरूरत हो उसकी संख्या बढ़ाएं. दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चि की जाए. उन्होंने कहा कि जिले के प्रभारी अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं सचिव संबंधित जिले में जाकर दो-तीन दिन कैम्प कर स्थिति की जानकारी लें और किये जा रहे राहत कार्यों पर नजर रखें. जिन जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है, वहां प्रभारी मंत्री भी कैम्प करें और राहत कार्यों पर नजर रखें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में जहां ट्रैक्टर जाना संभव नहीं हो, वहां खाने के पैकेट का वितरण हेलिकॉप्टर के माध्यम से कल से और ज्यादा मात्रा में करायें. जहां जाने की सुविधा हो, वहां लोगों को खाने के पैकेट घरों में पहुंचायें. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात गश्ती कार्य भी करें ताकि लोगों का मनोबल बढ़ा रहे और असामाजिक तत्वों पर भी कड़ी नजर रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराकर उनका विश्वास जीतें.

मुख्यमंत्री के भारी बारिश से प्रभावित और बाढ़ग्रस्त इलाकों की समीक्षा किए जाने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि पटना शहर से जल निकासी का काम पंप के जरिए लागातर जारी है. एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि 200 से अधिक कर्मी 36 नावों की मदद से पटना के जलभराव वाले इलाकों में फंसे लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण करने के साथ उन्हें जलमग्न इलाके से निकालने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा राज्य में हमारी 18 टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं और अब तक 3,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है.

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