पटना : थानाध्यक्षों के कार्य प्रणाली की पड़ताल करने और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने शनिवार की देर रात एसएसपी गरिमा मलिक ने गांधी मैदान थाने का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान थाने में कई खामियां मिली.
कमरे में अलग-अलग कुर्सियों पर बैठे मुंशियों से उन्होंने पेडिंग केसों की फाइल मांगी. संबंधित थाने में करीब आठ केस लंबित मिले. ऐसे में उन्होंने थानेदार को फटकार लगायी और 10 दिन का समय देते हुए सभी पेडिंग केस को निबटाने का आदेश दिया. बताया जा रहा है कि थाने में कुछ पुलिसकर्मी गश्ती की बजाय आराम करते देखे गये. इससे वे नाराज हुई और फटकार लगायी. करीब एक घंटे तक गरिमा मलिक थाने में रही और निरीक्षण किया.
भनक लगते ही अलर्ट हो गये बाकी पुलिस कर्मी : गांधी मैदान के बाद उनका काफिला कारगिल चौक, डाकबंगला चौराहे और कोतवाली की तरफ बढ़ने लगा.
उनके डाकबंगला की ओर आगे बढ़ने की भनक पहले से किसी भी पुलिस पदाधिकारियों को नहीं लगी. उसके बाद एसपी का वाहन सेंट्रल मॉल के पास रुका और वे अपने वाहन से बाहर निकली. चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने जैसे ही एसएसपी गरिमा महिला को देखा सभी चौकन्ने हो गये. एसएसपी ने चेक पोस्ट की स्थिति का जायजा लिया. रात डेढ़ बजे तक एसएसपी सड़कों पर रही.
वहीं, बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पूरे पटना के 72 थानों में करीब 23 हजार केस पेंडिंग हैं. वहीं गांधी मैदान में कुर्जी व वारंट संबंधित केस सबसे अधिक हैं. ऐसे में उनको 10 दिन का समय दिया गया है, ताकि निबटारा करें और मुझे रिपोर्ट दें. गरिमा मलिक ने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. चेकपोस्ट पर पूरी ईमानदारी से काम करें.