बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा देनी चाहिए अमीरे शरियत
फुलवारीशरीफ : अमीर- ए- शरीयत सह आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के महासचिव मौलाना सैयद वली रहमानी ने घोषणा की इमारते शरिया बिहार के पूर्णिया में स्कूल व झारखंड के गिरिडीह में अस्पताल की स्थापना करेगा.
गुरुवार को बिहार,झारखंड व ओड़िशा के मुसलमानों की सबसे बड़ी एदारा इमारते शरिया के अल महद सभागार में आयोजित भव्य समारोह में उक्त बातें कहीं. उन्होंने इमारते शरिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से पिछले तीन वर्षों में टॉपर स्टूडेंट्स को प्रमाणपत्र से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा देने से उनके लिए उन्नति की राह आसान होती है.
उन्होंने कहा की हमारा दुर्भाग्य है कि आजादी के 70 साल में एक ऐसी नस्ल तैयार हो गयी जिनमें अधिकतर लोग उर्दू भाषा से अनजान हैं. मौलाना रहमानी ने कहा की किताबों को पूरे ध्यान के साथ पढ़ें व शिक्षकों की बातों को ध्यान से सुनें जिससे आपका भविष्य उज्ज्वल होगा.आजकल टेक्निकल के छात्र उर्दू भाषा में लिखने,पढ़ने व रिपोर्ट तैयार करने में संकोच महसूस करते हैं.
अमीरे शरियत ने तमाम छात्र व छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आप का सपना आइआइटी होना चाहिए. इमारते शरिया के सचिव मौलाना अनिसुर्ररहमान कासमी ने कहा कि धार्मिक व आधुनिक उच्च शिक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है.उन्होंने कहा कि तालीम के साथ-साथ शिक्षा व्यावहारिक भी होना चाहिए. उपसचिव मौलाना शिबली अलकासमी ने कहा कि इमारते शरिया के बुजुर्गों की यह दुआ है कि मानवता के हर क्षेत्र में काम कर रहा है.इमारत एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव मौलाना सोहेल अहमद नदवी ने स्वागत भाषण में कहा कि अब तक इस संस्थान से 23 हजार छात्र-छात्राओं को शिक्षा दी गयी है. मौलाना मुफ्ती मोहम्मद सनाउल होदा कासमी ने कहा कि अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर वे तरक्की करते जा रहे हैं.
मौलाना नजीर अहमद , पूर्व मंत्री सह विधायक प्रोफेसर अब्दुल गफूर, मौलाना शकील अहमद कासमी , नजमुल हसन नजमी, बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी, रिटायर्ड आइपीएस शोएब अहमद खान ने भी समारोह में अपने अपने विचार रखे. इस मौके पर रिटायर आइपीएस शोएब खान की लिखित तीन किताबों का भी विमोचन किया गया .संचालन नायब नाजिम सोहराब नदवी ने किया.