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पटना : दिल्ली व पुणे की कंपनी के खाते में पैसे भेजने की थी योजना
दिल्ली जायेगी पटना पुलिस की टीम पटना : पत्रकार नगर पुलिस के हत्त्थे चढ़े जालसाज राजकुमार राम ने दिल्ली व पुणे के एक कंपनी के एकाउंट में पैसे स्थानांतरित करने के लिए साढ़े चार करोड़ के दो चेक को बैंक में जमा किया था. पुलिस की एक टीम जल्द ही दिल्ली जायेगी और कंपनी के […]
दिल्ली जायेगी पटना पुलिस की टीम
पटना : पत्रकार नगर पुलिस के हत्त्थे चढ़े जालसाज राजकुमार राम ने दिल्ली व पुणे के एक कंपनी के एकाउंट में पैसे स्थानांतरित करने के लिए साढ़े चार करोड़ के दो चेक को बैंक में जमा किया था. पुलिस की एक टीम जल्द ही दिल्ली जायेगी और कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ करेगी. क्योंकि अब उक्त कंपनी का सीधे लिंक जालसाजों से जुड़ गया है. उस कंपनी में पैसे को स्थानांतरित करने के पीछे इनकी एक ही मंशा थी कि उक्त एकाउंट में पैसे पहुंचते ही वे लोग उसे निकाल लेते.
इसका मतलब यह है कि उस कंपनी से भी जालसाजों की पूरी सांठ-गांठ है या फिर उक्त कंपनी को भी जालसाज खुद संचालित करते हैं. इसके साथ ही कंपनी भी फर्जी हो सकती है. यह जानकारी अनुसंधान के बाद ही स्पष्ट हो सकती है. जालसाज राजकुमार राम के पास से पुलिस ने मुजफ्फरपुर के हेमंत शर्मा नाम के एक व्यक्ति का आधार कार्ड भी बरामद किया है.
यह आधार कार्ड मोबाइल फोन का सिम कार्ड लेने या फिर बैंक पासबुक खुलवाने के उद्देश्य से राजकुमार राम ने अपने पास रखा था. पुलिस हेमंत शर्मा की भी खोजबीन कर रही है, ताकि पूछताछ की जा सके. अभी तक की पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि जामताड़ा गिरोह का सरगना झारखंड व दिल्ली से अपने पूरे गिरोह को ऑपरेट कर रहा है.
इसके साथ ही उसने पूरे देश के हर राज्य की राजधानी में अपने कुछ एजेंटों को रखा है, ताकि वहां से उन्हें आवश्यक जानकारी हासिल हो सके. यह खुलासा राजकुमार राम के मोबाइल फोन की जांच में सामने आया है. पुलिस को कई फोन नंबर मिले हैं, जिससे राजकुमार राम की काफी देर तक बातचीत हुई है.
आज रिमांड के लिए पुलिस देगी आवेदन
पत्रकार नगर पुलिस पूछताछ करने के लिए राजकुमार राम को रिमांड पर लेगी. इसके लिए कल पुलिस द्वारा न्यायालय को आवेदन दिया जायेगा. रिमांड पर मिलने के बाद और भी कई जानकारियां हासिल हो सकती है.
चेक बुक पर है जालसाजों की नजर
संस्था के चेक बुक पर जालसाजों की नजर है. जालसाजों ने पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के चेक को भी इसी कारण भंजाने का प्रयास किया. इसके पीछे एकमात्र कारण यह है कि किसी भी संस्था के एकाउंट में किसी का भी मोबाइल नंबर नहीं दिया जाता है. जिसके कारण पैसे जमा करने या निकासी का मैसेज नहीं मिलता है. तब तक जालसाज भाग जाते हैं.
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