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पटना : अनुशासन का पाठ पढ़ाने बैठे रहे कुलपति विशेष क्लास में नहीं आया एक भी प्रत्याशी
छात्र संघ चुनाव. दबाव के बाद कुछ प्रत्याशियों ने की रस्म अदायगी चुनाव में अनुशासन को लेकर प्रत्याशियों के साथ होनी थी बैठक पटना : पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के लिए लगायी जाने वाली अनुशासन की क्लास नहीं लग सकी. यह क्लास खुद कुलपति लेने वाले थे. हो कि पीयू प्रशासन […]
छात्र संघ चुनाव. दबाव के बाद कुछ प्रत्याशियों ने की रस्म अदायगी
चुनाव में अनुशासन को लेकर प्रत्याशियों के साथ होनी थी बैठक
पटना : पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के लिए लगायी जाने वाली अनुशासन की क्लास नहीं लग सकी. यह क्लास खुद कुलपति लेने वाले थे.
हो कि पीयू प्रशासन की तरफ से प्रत्याशियों के लिए एक खास बैठक बुलायी गयी थी. इसमें कुलपति को चुनाव से जुड़े अनुशासन के संदर्भ में जरूरी दिशा-निर्देश देने थे. इस संदर्भ में गजब की बात यह रही कि एक भी प्रत्याशी इसमें नहीं आया. हालांकि बाद में यह बहाना बनाया गया कि प्रत्याशियों को इसकी सूचना नहीं मिल सकी. अलबत्ता बात साफ हो गयी कि चुनाव जीतने के लिए उतरने वाले उम्मीदवारों को ऐसी कोई कवायद रास नहीं आयी.
हालांकि बाद में दबाव बनाया गया तो कुछ एक प्रत्याशी आये और रस्म अदायगी करके निकल गये. दूसरी तरफ इस बैठक को लेकर कुलपति प्रो रास बिहार प्रसाद सिंह की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि वे बैठक को संबोधित करने के लिए शुक्रवार की सुबह ठीक 10:30 बजे से ही व्हीलर सीनेट हॉल में बैठ गये, लेकिन प्रत्याशी सीनेट हॉल से नदारद रहे. एक साथ सभी 114 प्रत्याशियों को कुलपति अनुशासन का पाठ नहीं पढ़ा पाये. कई प्रत्याशी तो हॉल में आये और हस्ताक्षर कर चुनाव प्रचार में चले गये.
पटना. पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज पर हुए हमले के विरोध में छात्र जदयू ने शुक्रवार शाम को कैंडल मार्च निकाला. छात्र जदयू ने कहा कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने छात्र जदयू के नेता पर हमला किया गया है.
उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार आशीष पुस्कर, कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार कुमार सत्यम व सचिव पद के उम्मीदवार ओशामा खुर्शीद व छात्र नेता श्रीकांत पर हुए हमले व महासचिव पद की उम्मीदवार अदिति शाह के साथ किये दुर्व्यवहार के विरोध में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्याम पटेल के नेतृत्व में पटना सायंस कॉलेज से कारगिल चौक तक कैंडल मार्च निकाला. छात्र नेताओं ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि राजनीति में हिंसा की कोई जगह नहीं होती है और जो लोग इसमें शामिल हैं, उन्हें पटना विश्वविद्यालय के छात्र गलत मानते हैं और इसका फैसला वे पांच दिसंबर को करेंगे.
गुरुवार को पीयू के वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष दिव्यांशु पर हमले के बाद शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्व संवाद केंद्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. छात्र नेता व पीयू सीनेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि बीते दिनों जिस प्रकार छात्र संघ चुनाव में प्रत्यक्ष रूप से धन, बल, बाहुबल, सत्ताधारियों से मदद एवं सीएम हाउस का दुरुपयोग किया जा रहा है, जो निंदनीय है. चुनाव को रक्तरंजित बनाने का प्रयास किया जा रहा है. पटना वीमेंस कॉलेज की घटना भी हिंसा उकसाने को सुनियोजित तौर पर हुई, ताकि एबीवीपी को बदनाम किया जा सके. हथकंडे अपना कर षडयंत्रपूर्वक एबीवीपी के उम्मीदवार व कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर रोकने का प्रयास है. वहीं एआईएसएफ, आईसा और छात्र राजद ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निंदा की.
तेज हो गया प्रचार अभियान
फाइनल सूची गुरुवार देर रात जारी होने के बाद उम्मीदवार शुक्रवार से ऑफिसियली प्रचार में जुट गये. संगठनों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया. सभी छात्र संगठन अपने-अपने तरीके से चुनाव प्रचार पूरे दिन करते रहे. छात्र जदयू, एबीवीपी, छात्र राजद, आईसा व एआईएसएफ का गठबंधन, एनएसयूआई, हम, छात्र जनाधिकार परिषद के सदस्यों ने विभिन्न कॉलेजों के साथ हॉस्टलों में प्रचार अभियान जारी रखा. कैंपस पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग चुका है.
46 बूथों पर होगा छात्र संघ चुनाव, सबसे अधिक मगध महिला में आठ मतदान केंद्र
पटना. पटना विवि छात्र संघ चुनाव पर पांच दिसंबर को विभिन्न कॉलेजों और विभागों में 46 बूथों पर मतदान होंगे. 20,330 स्टूडेंट्स सेंट्रल पैनल के पांच तथा अपने-अपने कॉलेज और विभाग में काउंसेलर के लिए अलग-अलग मतदान करेंगे. चुनाव के दौरान सुरक्षा बल मजिस्ट्रेट के साथ तैनात किये जायेंगे. अतिसंवेदनशील बूथों पर सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवान तैनात किये जायेंगे. सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जायेगी. इस बार सबसे अधिक आठ मतदान केंद्र मगध महिला कॉलेज में बनाये गये हैं.
पटना : वेबसाइट पर आचार संहिता की सभी सूचनाएं हो रही हैं प्रकाशित
पटना : प्रत्याशी को पीयू के वेबसाइट पर आचार संहिता से संबंधित जानकारी देखने को कहा गया है.यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि अगर आचार संहिता का उल्लंघन करेंगे तो नामांकन रद्द कर दिया जायेगा और कार्रवाई होगी. कैंपस से बाहर प्रचार-प्रसार परिनियम के विरुद्ध है. कैंपस में अपनी बात आचार-संहिता के दायरे में ही रखें. प्रतिकुलपति प्रो डॉली सिन्हा ने प्रत्याशियों और छात्रों को शांतिपूर्ण चुनाव कराने में विश्वविद्यालय प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है. चीफ इलेक्शन ऑफिसर प्रो खगेंद्र कुमार ने प्रत्याशियों की शंकाओं का समाधान किया. उन्होंने कहा कि चुनाव से संबंधित सूचना के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट जरूर देखें. सभी निर्देश वेबसाइट के माध्यम से ही उपलब्ध करायी जा रही है.
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