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गैंग सरगना विपुल की हत्या का बदला लेने के लिए शातिराना अंदाज, किताब को बनाया ‘पिस्टल केस’, करने वाला था हत्या
पटना : सौरभ डॉन के इरादे भले ही नापाक रहे हों लेकिन उसका शातिराना अंदाज किसी जासूसी फिल्म के सीन से कम नहीं है. लुका-छिपी का यह खेल नयी शक्ल में सामने आया है. 22 साल के लड़के के हाथ में अगर इंग्लिश की मोटी बुक हो और वह पुलिस के किसी नाके को भी […]
पटना : सौरभ डॉन के इरादे भले ही नापाक रहे हों लेकिन उसका शातिराना अंदाज किसी जासूसी फिल्म के सीन से कम नहीं है. लुका-छिपी का यह खेल नयी शक्ल में सामने आया है.
22 साल के लड़के के हाथ में अगर इंग्लिश की मोटी बुक हो और वह पुलिस के किसी नाके को भी क्रॉस कर रहा हो, तो पकड़ना तो दूर शक करना भी नामुमकिन होगा कि बुक के अंदर पिस्टल है. इस काम को मुमकिन कर दिखाया है पटना पुलिस ने. पुलिस ने सौरभ डॉन नाम को बिहटा से गिरफ्तार किया है. दसवीं कक्षा की नेगलेश नाम की बुक के अंदर पिस्टल के डिजाइन में कागज को काटकर ‘पिस्टल केस’ बनाया व उसमें इटैलियन 9 एमएम पिस्टल को छुपा दिया था. हत्या की तैयारी में था, कि पुलिस ने सौरव डॉन को गिरफ्तार कर लिया है. सौरभ लखीसराय जिले के बड़िहिया गांव का रहने वाला है.
बिट्टू की हत्या करने वाला था
बाढ़ में पेशी के दौरान हत्या करने वाले मोनू-सोनू गैंग के लिए सौरभ शूटर का काम करता था. इसके बाद वह बिहटा में विपुल के गैंग से जुड़ गया.
गैंग में वह नंबर दो था लेकिन पिछले दिनों खगौल इलाके में विपुल की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, तब से सौरभ ने विपुल के गैंग की कमान संभाल लिया था. सौरभ विपुल की हत्या का बदला लेना चाहता था और विपुल का हत्यारोपी विट्टू उसके निशाने पर था. इसके लिए सौरभ ने शातिराना चाल चली थी. उसने इंग्लिश की बुक को ‘पिस्टल केस’ बनाया और उसमें मैगजिन लोड करके रखता था.
उसकी तैयारी यही थी कि जैसे ही बिट्टू उसके सामने पड़ेगा वह
गोली मार देगा, इसके बाद हाथ में बुक के अंदर पिस्टल छुपाकर छात्र की शक्ल में वहां से निकल जायेगा. लेकिन चेकिंग के दौरान सिटी एसपी पश्चिमी को यह कामयाबी मिली और सौरभ पकड़ा गया. पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है.
अवैध कमाई से पत्रकारनगर में बना लिया है मार्केट : सौरभ लखीसराय का भले ही रहने वाला है लेकिन वह पटना में अपनी धाक बना चुका है. कम उम्र से ही अपराधी गैंग से जुड़कर उसने खूब पैसा कमाया और पत्रकारनगर के योगीपुर में उसने अपना एक मार्केट तैयार कर लिया है.
वहां से पैसे कमाता है. शुरू से ही खुरापाती दिमाग रखने वाले सौरभ को अपराधी बनने का शौक था. इसलिए उसने अपने हाथ की क्लाई पर गोदना से इंग्लिश में डी लिखवाया है. पुलिस के पूछने पर उसने बताया कि डी का मतलब डॉन. एक मामूली सा छात्र अपराध की राह पर है और उसके ख्वाब डॉन बनने के हैं. फिलहाल उसकी पिस्टल केस वाले आइडिया से पुलिस का माथा ठनका हुआ है. पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ पटना के कई थानों में केस दर्ज हैं.
शाहपुर में घर को बना दियाथा मिनी गन फैक्टरी
अवैध हथियारों के निर्माण के लिए सूबे का मुंगेर जिला भले ही बदनाम हो, लेकिन पटना भी इससे अछूता नहीं रह गया है. जी हां, यहां भी मौत के सामान तैयार हो रहे हैं. पटना पुलिस ने ऐसी ही एक मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. यह फैक्ट्री शाहपुर थाना क्षेत्र के हथियाचक गांव के बंधू टोला में चल रही थी. देशी कट्टा, पिस्टल और भरतुआ कारतूस तैयार करने में माहिर अवधेश राय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसके घर से हथियार बनाने के कई उपकरण बरामद किये गये हैं, इसमें आरी ब्लेड, पिलास, पेचकस, समेत कई अर्धनिर्मित व निर्मित पिस्टल व कट्टा बरामद किया गया है. इसके अलावा कारतूस व खोखे भी मिले हैं. पुलिस अवधेश से पूछताछ कर रही है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि धंधे में उसके साथ और कौन जुड़े हुए हैं इस संबंध में जानकारी ली जा रही है.
आसपास के इलाके में करता था सप्लाई
अवधेश राय पहली बार नहीं पकड़ा गया है. वह पहले भी जेल जा चुका है, लेकिन हथियार और फैक्ट्री पहली बार पकड़ी गयी है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह काफी दिनों से अपने घर में पिस्टल तैयार कर रहा था. इसमें नाइन एमएम की पिस्टल, 315 बोर की पिस्टल, देशी कट्टा बनाने का काम करता था. हथियार बनाने के बाद पटना और इसके आसपास के इलाकों में वह हथियार की सप्लाई करता था. ये हथियार पांच से 10 हजार रुपये में बेचे जा रहे थे. पुलिस को रुपसपुर में रहने वाले एक युवक से यह जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने रुपसपुर के युवक से पूछताछ की. उसने बताया कि अवधेश राय घर में हथियार तैयार कर रहा है.
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