पटना : बिहार में लोकसभा की अररिया सीट पर उपचुनाव हो रहा है. राजद की ओर से वहां पूर्व सांसद स्व. तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम चुनाव लड़ रहे हैं. उपचुनाव प्रचार का शोर थम गया है, लेकिन बयानों को लेकर सियासत जारी है. इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के एक बयान ने बवाल मचा दिया है. सियासत तेज हो गयी है और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा है कि करारी हार के डर से ऐसे बयान मुंह से निकल रहे हैं.
राजद ने शनिवार को भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष नित्यानंद राय की उस टिप्पणी की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा था कि राज्य के अररिया संसदीय क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में अगर राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पार्टी का उम्मीदवार जीतता हैं तो अररिया आतंकवादी समूह आईएसआईएस के लिए सुरक्षित स्थान बन जाएगा. राय ने आज एक रैली को संबोधित करते हुए कथित रूप से कहा था कि अररिया संसदीय क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में अगर राजद के उम्मीदवार :सरफराज आलम: जीतते हैं तो अररिया आतंकवादी समूह आईएसआईएस के लिए सुरक्षित स्थान बन जाएगा. हमारे उम्मीदवार प्रदीप सिंह की विजय से राष्ट्र भावना बढ़ेगी.
इस बयान के बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने राय की उक्त टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए इसे भाजपा की हताशा का परिचायक बताया और कहा कि उन्होंने अररिया में भाजपा की भारी हार की संभावना के मद्देनजर ऐसी टिप्पणी की होगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले कई बार भाजपा नेताओं द्वारा इस प्रकार की टिप्पणी की गयी है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 2015 में विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि भाजपा की हार का जश्न पाकिस्तान में मनाया जाएगा. तिवारी ने आरोप लगाया कि गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान चाहता है कि कांग्रेस जीत जाए ताकि अहमद पटेल मुख्यमंत्री बन सकें.
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