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बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी तत्काल प्रभाव से हटाये गये, आज पदभार ग्रहण करेंगे कौकब कादरी

पटना :बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाये गये कौकब कादरी बुधवार को अपना पद भार ग्रहण करेंगे. उन्होंने कहा कि राजद के साथ कांग्रेस का गठबंधन जारी रहेगा. कादरी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने नयी जिम्मेदारी दी है उसे निभायेंगे. वहीं, पार्टी आलाकमान ने संकेत दिये हैं कि अक्तूबर के पहले सप्ताह […]

पटना :बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाये गये कौकब कादरी बुधवार को अपना पद भार ग्रहण करेंगे. उन्होंने कहा कि राजद के साथ कांग्रेस का गठबंधन जारी रहेगा. कादरी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने नयी जिम्मेदारी दी है उसे निभायेंगे. वहीं, पार्टी आलाकमान ने संकेत दिये हैं कि अक्तूबर के पहले सप्ताह तक प्रदेश में संगठन चुनाव पूरे कर लिये जायेंगे. इसके बाद नये अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी जायेगी.

इससे पहले बिहार के कांग्रेसी विधायकों में बगावत के सुर के बीच मंगलवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है. साथ ही कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रदेश की सभी कमेटियों को भी भंग कर दिया है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी सीपी जोशी ने खबर की पुष्टि भी कर दी है.करीब सवा चार साल से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे अशोक चौधरी की जगह प्रदेश उपाध्यक्ष काकब कादरी को अध्यक्ष पद का फिलहाल प्रभार दिया गया है. संगठन चुनाव को देखते हुए पार्टी आलाकमान ने प्रदेश उपाध्यक्ष को पार्टी की जिम्मेवारी सौंपी है. इधर, डा अशोक चौधरी ने कहा कि उन्हें पद से हटाये जाने कि जानकारी नहीं है.

मालूम हो कि पार्टी का एक धड़ा अशोक चौधरी के विरोध में खड़ा था. चौधरी गुट के विरोधी नेताओं के मुताबिक बिहार में एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अशोक चौधरी के गुट के मिलने का आरोप भी लगाया गया था. इसक बाद कांग्रेस आलाकमान ने अशोक चौधरी को दिल्ली भी तलब किया था.

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अशोक चौधरी को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद नये अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम होना शुरू हो गया है.बिहार कांग्रेस में बगावत के बाद से ही अशोक चौधरी पर तलवार लटक रही थी. पार्टी को एकजुट रखने में नाकाम रहने का आरोप लगने के बाद से अशोक चौधरी के ऊपर गाज गिरना तय माना जा रहा था. बिहार कांग्रेस में विधायकों के टूटने की खबरें भी कई बार मीडिया में सुर्खियां बन चुकी थीं.

इससे पहले करीब दो सप्ताह बाद पार्टी के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंच कर अशोक चौधरी ने दुर्गापूजा से पहले आश्रम के कर्मियों को सैलरी, बोनस आदि बांटा था. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जो तय करेंगे, वही होगा. हालांकि, अशोक चौधरी पहले हर एक-दो दिन पर सदाकत आश्रम आ जाते थे. लेकिन, पार्टी के अंदर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के कारण वह पिछले दो सप्ताह से आश्रम नहीं आ रहे थे. पिछली बार वह पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर आश्रम पहुंचे थे.

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अखिलेश, डा अशोक और प्रेमचंद के नाम सबसे ऊपर

नये प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों की चर्चा है, उनमें सबसे ऊपर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ अशोक कुमार और युवा चेहरा प्रेमचंद मिश्रा के नाम सबसे ऊपर है. वैसे दौड़ में पूर्व मंत्री मदन मोहन झा, दिलीप चौधरी, संजय तिवारी के भी नाम हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में सवर्ण वोटरों पर नजरें टिकाये कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बार आलाकमान किसी ब्राह्मन नेता के हाथों में पार्टी की बागडोर सौंप सकती है.

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