पटना सिटी : बिहार की राजधानी पटना में पटना सिटी के चौक थाने के मिरचाई गली में राजा अभिवरण मार्केट में मनिहारी के दुकानदार राहुल गुप्ता की बहन प्रीति (26) ने खुदकुशी कर ली. उसने पंखे से जोड़ कर ओढ़नी से फांसी का फंदा बनाया और उसमें झूल गयी. मामले की जानकारी मिलने पर भाई राहुल गुप्ता ने लोक-लाज से सभी को बीमारी से मौत होने की जानकारी दी और खाजेकलां श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए शव लेकर पहुंच गया. उसने चिता पर शव रख दिया और उसमें आग लगाने वाला था कि वहां पुलिस पहुंच गयी. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और फिर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को रविवार को भाई के हवाले कर देगी.
पुलिस को किसी ने इस बात की सूचना दे दी थी कि राहुल की बहन ने खुदकुशी कर ली है और उसने मामले को छुपा कर बिना पुलिस को बताये अंतिम संस्कार करने के लिए खाजेकलां घाट ले गया है. राहुल के पिता श्याम लाल वर्णवाल व माता पूनम देवी का भी स्वर्गवास हो चुका है और वह अपनी बहन के साथ राजा अभिवरण मार्केट में ही ऊपर में बने फ्लैट में रहता है. दुकानदारी से होनेवाली आय से वह अपना और अपनी बहन का भरण-पोषण करता आ रहा है. जिस मार्केट में उसकी दुकान है, वो नाना का है. मार्केट के ऊपर बने फ्लैट में वह अपनी बहन के साथ रहता है. ननिहाल से किराया का लेकर विवाद होता था. इसी विवाद से दुखी होकर पढ़ाई करनेवाली बहन ने जान दी होगी. पुलिस मामले में जांच- पड़ताल की बात कह रही है.
आशंका : पारिवारिक कलह में दी जान
फिलहाल घटना का कारण पारिवारिक कलह सामने आ रहा है. इसके साथ ही मौत के संबंध में विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आ सकती है. थानाध्यक्ष अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि युवती ने पारिवारिक कलह में खुदकुशी कर ली. इसकी जानकारी पुलिस को देनी चाहिए थी, लेकिन परिजनों ने ऐसा नहीं किया. थानाध्यक्ष ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दी जायेगी.
माता-पिता का हो चुका है देहांत
मिरचाई गली मोड़ के समीप अशोक राजपथ पर स्थित राजा अहिवरन मार्केट में मनिहारी का दुकान चलाने वाले स्वर्गीय श्याम लाल वर्णवाल के पुत्र राहुल गुप्ता ने बताया कि शनिवार की सुबह वह मार्केट में अपनी दुकान पर था, तभी उसी घर में रहनेवाले अन्य रिश्तेदारों से जानकारी मिली कि बहन प्रीति अब तक सोकर नहीं उठी है. इसके बाद वह अपने फ्लैट में पहुंचा, तो पाया कि बहन मृत हो चुकी है. इसके बाद नाते-रिश्तेदारों को खबर कर अंतिम संस्कार को खाजेकलां श्मशान घाट पहुंचा. इसी बीच पुलिस पहुंच गयी और चिता से लाश को उठा पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच भेज देती है. राहुल ने पुलि स को बताया कि लगभग चार साल पहले मां पूनम देवी और छह जनवरी, 2016 को पिता श्याम लाल वर्णवाल की मृत्यु हुई थी.