सरकार को घेरने में जुटे विरोधी दलों के नेता, सरकार अब तक चुप
नवादा (सदर) : सदर प्रखंड के पथरा इंगलिश की घटना पर जिले की राजनीति गरमाने लगी है. विपक्ष इसे जहां जंगलराज की संज्ञा दे रहा है. वहीं भाजपा से जुडो कुछ नेता इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं.
विगत रविवार को संपन्न हुए मतदान के बाद सोमवार को पहले गांव की बिजली काटने व एक जाति विशेष के लोगों की पिटाई और घरों को तोड़फोड़ करने की घटना सचमूच में शर्मनाक घटना है. बदमाशों ने बच्चों व महिलाओं के साथ जो व्यवहार किया वो मानवता को शर्मसार करता है. घटना दुखद है. सोमवार की घटना के बाद जिले की राजनीति अब धीरे-धीरे गरमाने लगी है. जैसे-जैसे नेताओं द्वारा पीड़ितों के आंसू पोछने आ रहे हैं. राजनीति परवान चढ़ रही है. नेताओं के दौरे में मुफस्सिल थाना अध्यक्ष व इंस्पेक्टर राकेश रंजन को हटाने की मांग तेज होने लगी है.
घटना के शिकार ग्रामीणों का कहना है कि इंस्पेक्टर की मौजूदगी में उपद्रवियों ने हंगामा किया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. शुक्रवार को पथरा इंगलिश पहुंचे जहानाबाद सांसद के समक्ष कई युवकों ने यह भी बताया कि अपराधियों द्वारा पथरा इंगलिश बभनटोली को दूसरा अफसढ़ कांड बनाने की बात कही जा रही थी. पहले हिसुआ के विधायक अनिल सिंह ने पीड़ित परिजनों के आंखों का आंसू पोछने का काम किया. दूसरे दिन जहानाबाद के सांसद डाॅ अरुण कुमार का दौरा के बाद शनिवार को प्रतिपक्ष के नेता डाॅ प्रेम कुमार के भी पथरा इंगलिश आने की संभावना है.
31 मई को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का भी कार्यक्रम तय है. कहने को तो पंचायत चुनाव में जिले के कई स्थानों पर मारपीट की घटनाएं हुई है. परंतु जिस तरह से पथरा इंगलिश बभनटोली की घटना को अंजाम दिया गया, वो घोर निंदनीय है. परंतु प्रशासन व सरकार की ओर से इस संबंध में अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी है. जैसे-जैसे इस घटना को जातीय रंग देकर राजनीति किया जा रहा है वो आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं है.