बिहारशरीफ : अब साइबर क्राइम के सिस्टम में चीटिंग की नयी बात साइबर एक्सपर्ट ने पकड़ा है. हाल के दिनों में जिले में घटी साइबर क्राइम से संबंधित दो घटनाएं इसके ताजा उदाहरण बन गये हैं.
पहले एक मामले में जहां साइबर अपराधियों ने पीपी इंडेन सर्विस के साइट को हैक कर उक्त कंपनी के नाम से नया साइट तैयार कर लिया था,वहीं दूसरे एक मामले में साइबर अपराधियों ने बैंक के फेक(नकली) मैसेजिंग प्रणाली तैयार कर संबंधित पीड़ित के मोबाइल पर बैंक के नाम से फेक मैसेज भी सेंट करना शुरू कर दिया.
साइबर यूजर की कमजोरियों की तलाश के बाद साइबर अपराधी अपना काम शुरू कर देते हैं.साइबर एक्सपर्ट के अनुसार साइबर अपराधी फायर बॉल के साथ कई सॉफ्टवेयर में सेंधमारी कर अपने मंसूबे को पूरा करने में सफल हो रहें हैं.
सिस्टम में किये जा रहे चीटिंग को ऐसे जानें:क्रेडिट व डेविड के बाद बैंक अपने ग्राहकों को मैसेज सेंट करती है,जिसमें रुपये से संबंधित पूरा ब्योरा अंकित होता है.साइबर अपराधियों ने ऐसा है कि एक फेक मैसेजिंग सिस्टम तैयार कर रखा है.शनिवार को एक न्यायाधीश के साथ घटी साइबर क्राइम की घटना में साइबर अपराधियों ने अपनी उक्त नयी कला का प्रदर्शन कर न्यायाधीश को भी दिग्ध भ्रमित करने का काम किया.
साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि जो साइबर अपराधी खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का अधिकारी बन कर न्यायाधीश के साथ उनके मोबाइल पर बात कर रहा था,वह बार-बार एसबीआइ के नाम से उनके मोबाइल पर मैसेज भी सेंट कर रहा था.जिससे न्यायाधीश उसके विश्वास में आकर बैंक से संबंधित गोपनीय जानकारी साइबर अपराधी को देते रहे.
साइबर क्राइम के सिस्टम में चीटिंग की दूसरी दास्तां एक सप्ताह पहले की है,जब एक साइबर अपराधी द्वारा पीपी इंडेन सर्विस एजेंसी की साइट को हैक कर उसके नाम पर फेक साइट तैयार का गैस के सब्सिडी के पैसे उस खाते पर स्थानांतरित कराने में सफल हो गया,जिस खाते का चर्चा उसने कंपनी के फेक साइट पर डाल रखी थी.