Bihar News: मुजफ्फरपुर का मोतीझील बाजार शहर के सबसे व्यस्त और प्रमुख बाजारों में से एक है, जहां रोजाना 70 से 80 लाख रुपये का कारोबार होता है. कपड़े, जूते-चप्पल, मोबाइल और किताबों का हब होने के बावजूद, इस बाजार की मुख्य समस्या जाम बन चुकी है. यहां से खरीदारी करने के लिए आने वाले ग्राहकों को अक्सर जाम में फंसना पड़ता है, जिससे उनका समय बर्बाद हो जाता है और बाजार की साख भी प्रभावित हो रही है.
जाम और पार्किंग की समस्या
कल्याणी से धर्मशाला चौक तक खरीदारी के लिए रोजाना भारी भीड़ जुटती है, लेकिन यहां की सबसे बड़ी समस्या जाम की है. दुकानदारों का कहना है कि यह बाजार तीन-चार सेक्टरों में फैला हुआ है, लेकिन यहां आवागमन की सुविधा ठीक से नहीं है. रेलवे गुमटी पर लगने वाली भीड़ और पुल पर वाहनों की कतार की वजह से स्थिति और बिगड़ जाती है. ग्राहकों द्वारा अपनी गाड़ियां पुल पर पार्क करने से जाम की समस्या और भी गंभीर हो जाती है. इसके कारण ग्राहकों को खरीदारी करने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
पार्किंग की व्यवस्था की कमी
मोतीझील बाजार में पार्किंग की कोई उचित व्यवस्था नहीं है. बाइक से आने वाले ग्राहकों को पार्किंग की जगह नहीं मिलती. फुटपाथ पर थोड़ी सी जगह होने के बावजूद वहां दुकानदारों के अतिक्रमण के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. अगर कोई ग्राहक बाइक खड़ी करता है तो जाम लगना तय हो जाता है. इस स्थिति में बाजार की सुगमता और व्यापार दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं.
सार्वजनिक यूरिनल और शौचालय की भी है जरूरत
एक अन्य समस्या जो इस बाजार में लोगों को झेलनी पड़ती है, वह है सार्वजनिक यूरिनल और शौचालय की कमी. खासकर महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है. दुकानदारों का कहना है कि यहां खरीदारों की संख्या तो बढ़ रही है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण बाजार में ग्राहक आने के बावजूद खरीदारी नहीं कर पाते.
ये भी पढ़े: मधुबनी साड़ी प्रेमियों के लिए खुशखबरी, मुजफ्फरपुर में लग रही खास प्रदर्शनी
दुकानदारों की अपील
दुकानदारों ने नगर निगम से इस बाजार में पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक यूरिनल और शौचालय की सुविधा मुहैया कराने की अपील की है. वे चाहते हैं कि बाजार में बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जाए ताकि व्यापार में वृद्धि हो और ग्राहकों को कोई असुविधा न हो.