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पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर पर प्राथमिकी

पटना/चेरियाबरियारपुर :मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में समाज कल्याण विभाग की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम आने के बाद सीबीआई का मंत्री दंपति पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. बेगूसराय के चेरियाबरियापुर थाने में पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट के […]

पटना/चेरियाबरियारपुर :मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में समाज कल्याण विभाग की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम आने के बाद सीबीआई का मंत्री दंपति पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. बेगूसराय के चेरियाबरियापुर थाने में पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने मंजू वर्मा के पटना स्थित सरकारी आवास समेत पांच ठिकानों पर 17 अगस्त को छापा मारा था. बेगूसराय स्थित चेरियाबरियापुर की श्रीपुर पंचायत के अर्जुन टोला स्थित उनके घर से सीबीआई ने 50 जिंदा कारतूस समेत कई अन्य सामान बरामद किया था. सीबीआई के डीएसपी ने चेरियाबरियापुर थाने में आवेदन देकर मंजू वर्मा और चंद्रशेखर वर्मा पर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा था.
सीबीआई के आवेदन पर रविवार को दोनों के खिलाफ थाना कांड संख्या 143/18 दर्ज किया गया. मालूम हो कि मुंबई की टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की ‘कोशिश’ टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में सामने आया था कि बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ है. इसके बाद बच्चियों की मेडिकल जांच हुई. इसमें 34 बच्चियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई थी. इस मामले में गिरफ्तार सीपीआर रवि रोशन की पत्नी ने आरोप लगाया था कि मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा अक्सर मुजफ्फरपुर बालिका गृह आते थे.
सुरेश शर्मा व दामोदर पर सीएम क्यों नहीं कर रहे कार्रवाई
पटना. मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले को लेकर उठा सियासी तूफान हर दिन तेज हो रहा है. इस मामले में विधानसभा में नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव ने हमला तेज कर दिया है. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई सवाल किये हैं. उन्होंने मंत्री सुरेश शर्मा और व पूर्व मंत्री दामोदर राउत पर कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि सुरेश शर्मा व दामोदर राउत पर मुख्यमंत्री कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने पिता की करतूतों के लिए बेटे को बलि का बकरा बनाया है. मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि पूर्व मंत्री को पार्टी से कब निकाल रहे हैं. मुजफ्फरपुर कांड को लेकर पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने मंत्री सुरेश शर्मा के इस्तीफे की मांग की है. इससे साबित होता है कि सुरेश शर्मा भी इस पाप में शामिल हैं.
मंजू वर्मा से इस्तीफा लेने वाले मुख्यमंत्री सुरेश शर्मा से इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे? मुजफ्फरपुर कांड में सरकार की अब तक की कार्रवाई को खानापूर्ति है.
सुरेश शर्मा का पलटवार : पहले अवमाननावाद के कानूनी नोटिस का जवाब दें तेजस्वी
पटना. नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आरोपों को झूठा बताते हुए पूछा है कि तेजस्वी यादव जनता को बताएं कि वे खुद कितने मामले में चार्जशीटेड हैं और कब इस्तीफा दे रहे हैं. उनके पीए पर लगे गंभीर आरोपों पर उनकी क्या राय है? शर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव के विरुद्ध अवमाननावाद का कानूनी नोटिस दिया गया है, जिसका जवाब अब तक उनके द्वारा नहीं दिया गया.
जवाब नहीं आने पर आगे की कार्रवाई भी की जायेगी. शर्मा ने कहा कि मुजफ्फरपुर की लाखों जनता ने अपना बहुमूल्य मत देकर उन्हें बिहार में सेकंड लार्जेस्ट मार्जिन से अपने शहर का विधायक चुना है.
राजनीति मेरे लिए पैसा कमाने का नहीं, समाज सेवा का साधन है. जहां तक इस्तीफे की बात है, जिस दिन भी मुख्यमंत्री को लगा कि मेरी संलिप्तता किसी भी कांड में है, इस्तीफा देने में देर नहीं करूंगा. सीबीआई के द्वारा इस कांड की जांच हो रही है. दूध का दूध और पानी का पानी खुद जनता के सामने आ जायेगा. तेजस्वी यादव दबाव की राजनीति कर अपना चेहरा चमकाना चाहते हैं.
वे जातीय दुराग्रह से ग्रसित हैं. अपने फायदे के लिए जातीय राजनीति कर समाज को बांटना इनके परिवार का इतिहास रहा है. अगर तेजस्वी के पास मेरे विरुद्ध कोई भी साक्ष्य है तो इसे सीबीआई को या कोर्ट में दें. दबाव की राजनीति करने वाले यह बात जान लें कि मैं किसी भी दबाव में झुकने वाला नहीं हूं.

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