संग्रामपुर . नगर पंचायत संग्रामपुर के गठन को करीब दो साल बीत चुके हैं. लेकिन अबतक एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है. इससे क्षेत्र के नवनिर्वाचित वार्ड पार्षदों में आक्रोश है. रविवार को सभी पार्षदों ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ मोरचा खोलते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया और एक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सौंपा. आवेदन में पार्षदों ने नगर पंचायत में तत्काल विकास कार्य शुरू करने की मांग की है. चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर कोई ठोस पहल नहीं की गई तो वे जनता के साथ मिलकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे. पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत के गठन के 22 महीने बाद भी जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं पर कोई भी कार्य शुरू नहीं किया गया. कई बार मौखिक और लिखित रूप में शिकायतें देने के बावजूद इओ द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया. पार्षदों का कहना है कि इओ ज्यादातर अनुपस्थित रहते हैं. यदि आते भी हैं तो वर्चुअल बैठक का हवाला देकर पार्षदों को घंटों इंतजार करवाया जाता है और आमलोगों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. ऐसे पार्षदों को जनता के कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा है. पार्षदों ने कहा कि अगर जल्द उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे. पार्षदों ने आवेकदन की प्रतिलिपि जिलाधिकारी, नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना के प्रधान सचिव को भी भेजी है. ताकि उच्च स्तर पर भी इस मुद्दे की गंभीरता से लिया जाय.
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