मुंगेर. जन्म के बाद कई प्रकार की बीमारियों से पीड़ित नवजातों के लिए सदर अस्पताल में स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) वार्ड का संचालन होता है. जहां सदर अस्पताल सहित जिले के अन्य प्रखंडों में जन्म के समय किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित नवजातों को इलाज के लिये भर्ती किया जाता है, लेकिन प्रखंडों से लक्ष्य के अनुरूप शिशु को एसएनसीयू वार्ड में नहीं पहुंचया जा रहा है. इसके कारण कई नवजात को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है.
अस्पताल में 20 वॉर्मर बेड का संचालित हो रहा एसएनसीयू वार्ड
सदर अस्पताल में शिशुओं की देखभाल के लिए 20 वॉर्मर मशीन वाले बेड का संचालन हो रहा है. जहां जन्म के बाद कम वजन सहित कई प्रकार की बीमारियों से पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया जाता है. यहां शिशुओं की मां या परिवार के अन्य लोगों के रहने की भी व्यवस्था है. यहां नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए चार शिशु विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी लगाया गया है.
जनसंख्या के अनुरूप सरकार निर्धारित करती है लक्ष्य
जिले में जनसंख्या के अनुरूप सरकार निर्धारित करती है कि जन्म के बाद कितने नवजातों को एसएनसीयू वार्ड में इलाज के सुविधा की आवश्यकता पड़ सकती है. बता दें कि साल 2011 की जनगणना के अनुसार मुंगेर की जनसंख्या स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 13,67,765 थी. वहीं साल 2024-25 तक सरकार द्वारा प्रोजेक्टेड जनसंख्या 16,89,573 मानी गयी है. इसमें स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में औसतन 38,692 शिशुओं का जन्म होता है. इसका तीन प्रतिशत अर्थात औसतन 1,162 शिशु जन्म के बाद किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित होते हैं, जिसे एसएनसीयू में इलाज की आवश्यकता होती है.
लक्ष्य के अनुरूप नवजात नहीं पहुंच पा रहे एसएनसीयू वार्ड
सदर अस्पताल सहित नौ प्रखंडों को प्रत्येक माह 98 वैसे नवजात, जो जन्म के बाद किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें एसएनसीयू वार्ड में भेजने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन जिले के कई प्रखंडों से निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप नवजात एसएनसीयू वार्ड नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसमें तारापुर, असरगंज, धरहरा, जमालपुर, संग्रामपुर, टेटियाबंबर प्रखंड शामिल हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में जून माह में सदर अस्पताल समेत अन्य प्रखंडों से 91 नवजात शिशुओं को भर्ती किया गया है. इसमें सदर अस्पताल में जन्म लेने वाले 40 तथा प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों पर जन्म लेने वाले 51 नवजात शिशु शामिल हैं.
कहते हैं सिविल सर्जन
प्रभारी
सिविल सर्जन डाॅ रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि एसएनसीयू वार्ड की समीक्षा लगातार की जा रही है. इसके साथ ही सभी प्रखंडों को निर्देशित किया गया है कि यदि कोई नवजात जन्म के बाद लो बर्थ, आफटर बर्थ, कम वजन आदि से संबंधित हैं, तो उसे एसएनसीयू वार्ड भेजा जाये.——————————-
बॉक्स
——————————-प्रखंडवार एसएनसीयू वार्ड में जून माह में भर्ती नवजात
प्रखंड लक्ष्य सदर अस्पताल में जन्म प्रखंड से भेजे गये
असरगंज 5 1 0
बरियारपुर 8 3 3धरहरा 10 3 0
खड़गपुर 15 14 4जमालपुर 15 4 8
सदर प्रखंड 25 9 29संग्रामपुर 7 1 2
तारापुर 8 1 0टेटियाबंबर 5 2 1
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है