मुंगेर. खनन विभाग की टीम ने मंगलवार की शाम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशपुर गंगा घाट पर अवैध सफेद बालू उत्खन्न व ढुलाई के खिलाफ विशेष छापेेमारी अभियान चलाया. इस दौरान टीम ने एक जेसीबी मशीन एवं दो ट्रैक्टर को जब्त किया. जबकि अवैध उत्खन्न में लगे तथाकथित संवेदक, मुंशी व मजदूर सभी फरार हो गये. जब्त जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर को मुफस्सिल थाना को सौंप दिया गया. जबकि खनन विभाग के आवेदन पर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. साथ ही तीनों वाहनों पर खनन विभाग ने 12 लाख का जुर्माना ठोका है.
बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशपुर गंगा घाट पर बड़े पैमाने पर सफेद बालू का अवैध उत्खन्न व ढुलाई की सूचना खनन विभाग को मिली. खनन विभाग की टीम ने मंगलवार की शाम करीब 4 बजे महेशपुर गंगा घाट पर छापेमारी की. जहां पर जेसीबी मशीन से सफेद बालू खनन कर ट्रैक्टर पर लोड कर ढुलाई की जा रही थी. लेकिन खनन विभाग की टीम को देखते हुए चालक वाहनों को छोड़कर भाग गया. जबकि वहां मौजूद मजदूर भी इधर-उधर खेतों में चला गया. टीम ने मौके पर एक एक जेसीबी मशीन को जब्त किया. जिससे वहां अवैध बालू का उत्खनन कार्य चल रहा था. जबकि वहां से दो ट्रैक्टर को भी जब्त किया गया है. जिस पर अवैध सफेद बालू लदा हुआ था. जब्त जेसीबी व एक ट्रैक्टर बिना नंबर का था. जबकि एक ट्रैक्टर पर नंबर था. जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर बीआर08ए 6632 है. स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर पिछले दो-तीन महीनों से अवैध सफेद बालू का कारोबार संचालित हो रहा है. कई बार शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं हुई थी. आज कार्रवाई हुई तो तीन वाहन जब्त हुआ है. अगर अहले सुबह टीम छापेमारी करती तो शायद दर्जन भर वाहन जब्त होता.अवैध खनन के कारोबार में लगे लोग व वाहन चालक फरार हो गये. जबकि जब्त तीनों वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर और चेसिस नंबर के आधार पर मुफस्सिल थाना में खान निरीक्षक मो.राशिद के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. साथ ही जेसीबी मशीन पर 10 लाख और दोनों ट्रैक्टर पर एक-एक लाख यानी तीनों वाहनों पर 12 लाख रुपया जुर्माना किया गया है. उन्होंने का कि अवैध उत्खनन व ढुलाई को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है. क्योंकि इससे सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा था.
गौरव कुमार, जिला खनन पदाधिकारी
जिले में हैं 22 सफेद बालू गंगा घाट, बिना बंदोबस्ती हो रहा खेल
मुंगेर. जिले में हेमजापुर से लेकर घोरघट तक गंगा बहती है. जहां सफेद बालू का भंडार है. जिसको लेकर खनन विभाग सफेद बालू गंगा घाटों की बंदोबस्ती करती थी. लेकिन वर्ष 2019 के बाद जिले में एक भी बालू घाट की बंदोबस्ती नहीं हुई. जबकि यहां 22 सफेद बालू गंगा घाट है. जिसकी बंदोबस्ती के लिए कई बार निविदा निकाला गया. लेकिन एक भी संवेदक ने निविदा में भाग नहीं लिया. जिसके कारण बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं हो सकी. बावजूद बालू माफिया द्वारा बिना बंदोबस्ती के ही 22 में से 10 से अधिक बालू घाट पर अवैध बालू उत्खनन व ढुलाई का काला कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है. जिसे रोकने में अब तक खनन विभाग की टीम पूरी तरह से विफल रही है. जबकि स्थानीय थाना पुलिस भी इसे रोक पाने में विफल है. सूत्रों की माने तो हर महीने करोड़ों में सफेद बाले का कारोबार जिम्मेदारों की मिलीभगत से हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है