जिले में 36129 हेक्टेयर में धान की रोपनी का है लक्ष्य
मुंगेरजिले में धान की रोपनी अभी तक शुरू नहीं हो पायी है. जबकि खेतों में लक्ष्य के अनुरूप बिचड़ा का अच्छादन भी नहीं हो पाया है. जिसका मुख्य कारण अपर्याप्त बर्षा है. क्योंकि इस बार बादल आसमान में उमड़-घुमर कर हल्की बारिश कर लौट जा रही है. जिसके कारण रोपनी तो दूर किसानों को खेतों में लगे बिचड़ा बचाने के लिए वैकल्पिक सिंचाई की व्यवस्था करनी पड़ रही है.
मात्र 63.78 प्रतिशत बीचड़ा की हुई बुआई, जिसे बचाने में छूट रहे पसीना
जिला कृषि कार्यालय के अनुसार खरीफ मौसम-2025 में धान का बिचड़ा गिरोने का जो रिपोर्ट मिला है वह काफी परेशान करने वाला है. जिले में 3612.91 हेक्टेयर में बिचड़ा गिराने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन मौसमी बारिश की बेरूखी की बजह ने 7 जुलाई 2025 तक जिले में मात्र 2304.45 हेक्टेयर खेत ही धान के बिचड़ा से अच्छादन हो पाया है. जिसका प्रतिशत 63.78 है. किसानों की माने तो खेतों में जो धान का बिचड़ा गिराया गया है. उसके लिए प्रर्याप्त पानी की जरूरत पड़ती है. जिस पानी के लिए वैकल्पिक इंतजाम किया गया है. बड़े किसान तो डीजल पंप व नहर व ढाड़ से पानी की व्यवस्था कर बीचड़ा को बचा रहे है. लेकिन छोटे-छोटे किसानों को बीचड़ा बचाने में काफी परेशानी हो रही है. क्योंकि बारिश हो नहीं रही है और तीखी धूप के खेतों की नमी को खींच ले रही है.
36129 हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य
जानकारों की माने तो धान रोपनी (धान की रोपाई) का सही समय जून के मध्य से जुलाई के अंत तक होता है, जब मानसून की बारिश शुरू हो जाती है. कुछ क्षेत्रों में रोपाई जुलाई के मध्य से अगस्त के अंत तक भी की जाती है. लेकिन इस बार बारिश सामान्य से कम होने के कारण जून महीने में धान की रोपनी शुरू नहीं हो पायी. जुलाई माह में तारापुर, संग्रामपुर व असरगंज प्रखंड के इक्के-दुक्के किसान ही कुछ हेक्टेयर में धान की रोपनी की है. जबकि जिले में 36129 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसके कारण लक्ष्य को पूरा करना एक चुनौती साबित हो सकती है.
कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजकिशोर ने बताया कि जिले में 63.78 प्रतिशत धान का बीचड़ा किसान खेतों में डाल दिया है. अभी ओर किसान बीचड़ा गिराने के लिए खेतों को तैयार कर रहे है. धान रोपाई के लिए किसानों के पास पर्याप्त समय है.
———————————————किस प्रखंड धान के बीचड़ा से कितना हुआ अच्छादित
प्रखंड का नाम लक्ष्य अच्छादन प्रतिशतअसरगंज 437.53 हे. 185.00 हे. 42.28
बरियारपुर 89.12 हे. 37.00 हे. 41.52धरहरा 476.79 हे. 342.30 हे. 71.79
जमालपुर 60.90 हे. 26.00 हे. 42.69हेवली खड़गपुर 978.60 हे. 725.00 हे. 74.09
सदर मुंगेर 8.20 हे. 3.15 हे. 38.41संग्रामपुर 578.40 हे. 365.00 हे. 63.11
तारापुर 578.07 हे. 405.00 हे. 70.80टेटियाबंबर 411.30 हे. 216.00 हे. 52.52
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