मुंगेर
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. फैजान आलम अशरफी ने बुधवार को मॉडल अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान वहां कई कमियों मिली. जिसे ठीक करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधक को दिया. निरीक्षण के दौरान उनके साथ अस्पताल प्रबंधक मो तौसिफ हसनैन तथा पिरामल स्वास्थ्य की डिस्ट्रिक मैनेजर डॉ नीलू थी.निरीक्षण के दौरान मॉडल अस्पताल के अंदर ओपीडी के पास तथा अस्पताल परिसर में लगाये गये पौधे सूखे पाये गये. जिसे समय-समय पर पानी देने तथा इसके समुचित रखरखाव का निर्देश दिया गया. इसके अतिरिक्त ओपीडी में मरीजों के वाइटल जांच के लिये बने तीन काउंटर में मात्र एक काउंटर पर ही हाईट जांच करने वाली मशीन मिली. जिसे लेकर निर्देशित किया गया कि सभी काउंटर पर मशीन की व्यवस्था रखें तथा वाइटल जांच के लिये मरीजों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिये एक अतिरिक्त काउंटर की आवश्यकता है. जिसे भी चालू करें. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान महिला ओपीडी का संचालन ईएनटी के लिये बनाये गये कक्ष में पाया गया. जिसे लेकर निर्देशित किया गया कि ओपीडी में जिस ओपीडी के लिये जिस कक्ष का निर्धारण किया गया है. वहीं संबंधित ओपीडी का संचालन करें, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो. एक्स-रे जांच केंद्र के बाहर मरीजों की भीड़ अधिक होने पर वहां पर्याप्त मात्रा में बैठने की सुविधा नहीं थी. जिसे भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
प्री-लोडेड इंजेक्शन देख भड़के अधिकारी
निरीक्षण के दौरान ओपीडी के इंजेक्शन कक्ष में सूई लगाने के बाद शीशे का वाइल व उसके टुकड़े जमीन पर ही फेंके थे. जबकि इस दौरान मरीजों को दिये जाने वाले कई इंजेक्शन पहले से प्री-लोडेड थे. जिसे देख डीपीएम ने नाराजगी जताई. साथ ही कहा कि इस प्रकार का कार्य मानक के अनुरूप नहीं हैं.दोबारा ऐसी स्थिति पायी जाने पर कार्रवाई की जायेगी. इसके अतिरिक्त दवा भंडार में भी दवाएं चेकलिस्ट के अनुसार अद्यतन नहीं पायी गयी. जिसे लेकर निर्देशित किया गया कि दवाओं को नियमित रूप से चेकलिस्ट के अनुसार अद्यतन रखें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

