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सफाई व बिना जलापूर्ति के ही टैक्स वसूली पर गरमायी रही नगर निगम बोर्ड की बैठक

पार्षदों ने बिना जलापूर्ति के ही टैक्स वसूली का किया विरोध सफाई के मुद्दे पर भी जतायी नाराजगी मुंगेर : मुंगेर नगर निगम बोर्ड की बैठक मंगलवार को कई मुद्दे को लेकर हंगामेदार रही. वार्ड पार्षदों ने जहां शहर में समुचित साफ-सफाई नहीं होने और लोगों को नागरिक सुविधा नहीं मिलने का मुद्दा उठाया. वहीं […]

पार्षदों ने बिना जलापूर्ति के ही टैक्स वसूली का किया विरोध

सफाई के मुद्दे पर भी जतायी नाराजगी
मुंगेर : मुंगेर नगर निगम बोर्ड की बैठक मंगलवार को कई मुद्दे को लेकर हंगामेदार रही. वार्ड पार्षदों ने जहां शहर में समुचित साफ-सफाई नहीं होने और लोगों को नागरिक सुविधा नहीं मिलने का मुद्दा उठाया. वहीं बिना सुविधा के ही निगम द्वारा टैक्स वृद्धि का विरोध किया. कई वार्ड पार्षद बैठक के दौरान काफी क्षुब्ध दिखे और शहर की व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की. साथ ही निगम के कर्मचारियों के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाये. बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता महापौर रूमा राज ने की. जबकि नगर आयुक्त डॉ श्यामल किशोर पाठक एवं उपमहापौर सुनील राय मुख्य रूप से मौजूद थे.
चर्चा तो हुई पर नहीं बनी बात : पार्षदों ने इन दिनों शहर में सफाई नहीं होने से बदहाल स्थिति के बारे में बोर्ड के समक्ष रखा. जिस पर अधिकांश पार्षदों का कहना था कि पिछले दो माह से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है और एनजीओ पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. पार्षद हीरो यादव ने कहा कि सफाई के मामले में शहर की स्थिति बदतर हो गयी है. सफाईकर्मियों को भी वार्ड में भेदभाव के अनुसार भेजा जा रहा है. पार्षद राखी शर्मा ने कहा कि वार्ड में नाला जाम है तो सड़क पर कचरा पसरा है. अपने पैसे से मजदूर रख कर वार्ड में काम करवा रही हूं. पार्षदों ने कहा कि वार्ड में निकलना मुश्किल हो गया है और लोगों से गाली सुनना पड़ रहा है.
पिछले आठ माह में नहीं हुआ कोई काम : हीरो कुमार यादव, सुजीत पोद्दार सहित अन्य पार्षदों ने कहा कि पिछले आठ माह से बोर्ड की बैठकें तो हुई, लेकिन एक भी काम नहीं हुआ. न तो शहर में सफाई की समुचित व्यवस्था है और न ही रोशनी की. लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. जहां-तहां समरसेबल खराब पड़ा हुआ है. ऊपर से टैक्स वृद्धि करना शहरवासियों पर बोझ डालना न्यायोचित नहीं है. इसके लिए एक रणनीति के तहत नगर निगम को कार्य करना होगा. पार्षद संजय कुमार एवं अंजु देवी ने निगम के कर्मचारियों पर सवाल उठाया कि वह वार्ड में काम नहीं करता है. वैसे कर्मचारी को वार्ड से हटा कर दूसरे कर्मचारी को पदस्थापित किया जाये. शौचालय की भी राशि लाभुकों को नहीं मिल रहा है. प्रथम किस्त की राशि का तो भुगतान हुआ, लेकिन द्वितीय किस्त की राशि लाभुकों को नहीं मिल रही है. ऐसी परिस्थिति में वार्ड ओडीएफ कैसे हो पायेगा.
सड़कों का होगा जीर्णोद्धार : बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाया गया कि कोतवाली चौक से लेकर शास्त्री चौक, मोगल बाजार, सुभाष चौक, सोझीघाट, भगत सिंह चौक, कासिम बाजार के क्षेत्रों में विधायक मद से सड़कों का जीर्णोद्धार होना है. इसके लिए नगर निगम से अनापत्ति मांगा गया है. जिस पर पार्षदों ने सहमति दी कि सड़कों के जीर्णोद्धार के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया जाये.
वाटर टैक्स का पार्षदों ने किया विरोध
पार्षद सुजीत पोद्दार एवं बेबी चंकी ने टैक्स तहसीलदार द्वारा वाटर टैक्स वसूले जाने का विरोध किया. पार्षदों का कहना था कि जब हम शहरवासियों को पानी नहीं दे रहे हैं तो वाटर टैक्स क्यों वसूला जा रहा है. उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 13 एवं 27 में सप्लाइ वाटर लोगों को नहीं मिल रहा है. बावजूद इन वार्डों में वाटर टैक्स वसूला जा रहा है. इतना ही नहीं बोर्ड से बिना पास कराये ही समरसेबुल के नाम पर 500 रुपये वसूला जा रहा है. जिस पर टैक्स दारोगा पवन कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार 500 रुपये लिया जा रहा है. जबकि 9 प्रतिशत टैक्स में ही सभी कर शामिल है तो फिर अलग से टैक्स क्यों. वहीं पार्षद प्रकाश सिंह ने कहा कि सप्लाइ वाटर की आपूर्ति नहीं की जा रही है तो टैक्स किस बात का. गोविंद मंडल ने कहा कि कस्तूरबा से चंद कदम की दूरी पर वार्ड है. बावजूद वहां के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. पार्षदों ने एक स्वर से कहा कि अधिकांश घरों में सप्लाइ का कनेक्शन नहीं है तो फिर वैसे घरों से टैक्स क्यों. कहीं रोड कटिंग के कारण सप्लाइ वाटर बाधित है तो कहीं पाइप डैमेज के कारण आपूर्ति नहीं हो रही है. पार्षदों ने कहा कि जो प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में लिया जाता है उसे एजेंडा में शामिल नहीं किया जाता है. जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि शहर के 32 हजार घरों में 6370 घरों में पानी की आपूर्ति की जा रही है.
सोलर लाइट लगाने पर नहीं बनी सहमति
आइटीसी द्वारा शहर के दर्जनों स्थानों पर सोलर लाइट लगाने का प्रस्ताव दिया गया. जिस पर आइटीसी का लोगो लगा होगा. पार्षदों ने निर्णय लिया कि यदि आइटीसी शहर में जहां कहीं भी सोलर लाइट लगाता है तो उसे ही मेंटनेंस करना होगा. तभी वे शहर में कहीं भी लाइट लगायेगा. लेकिन आइटीसी का कहना है कि वह तीन साल तक मरम्मत करेगा और उसके बाद निगम अपने खर्च से उसका मेंटनेंस करेगा. जिस पर बोर्ड के सदस्यों ने सहमति प्रदान नहीं की और लाइट लगाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया. मौके पर राजेश ठाकुर, सुरेश नंदन प्रसाद, प्रसून कुमार, तूफानी राउत, मो. शाहनवाज आलम, मीली देवी, अनिता साहु सहित नगर प्रबंधक एहतेशाम हुसैन, प्रधान लिपिक अशोक कुमार यादव मौजूद थे.
मानदेय पर बहाली को लेकर मजदूरों ने किया प्रदर्शन
मुंगेर. मानदेय पर बहाली की मांग को लेकर पूर्व से एनजीओ के माध्यम से नगर निगम में काम करने वाले सफाई मजदूरों ने मंगलवार को शहर में विरोध प्रदर्शन किया. वे लोग एनजीओ के माध्यम से नहीं बल्कि निगम के अधीन काम करने के लिए पिछले डेढ़ माह से आंदोलन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे लोग एनजीओ के अधीन नहीं बल्कि सीधे निगम के अधीन काम करने को तैयार है. निगम सीधे मानदेय पर बहाल करे. पूर्व में निगम प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि अगर किसी नगर निगम में सफाईकर्मियों को मानदेय पर बहाल किया गया है तो उसका प्रूफ लाकर दिखाएं तो उसके बाद विचार किया जायेगा.
कर्मियों का कहना है कि वे लोग बेगूसराय नगर निगम का कागजात महापौर को दिया है. जहां मास्टर रोल पर सीधे निगम कर्मियों से काम ले रहा है. बावजूद उनलोगों से काम नहीं लिया जा रहा. जबकि शहर की स्थिति नारकीय होती जा रही. प्रदर्शन करने वालों में हीरा राउत, पप्पू भारती, उदय मल्लिक, ललन राउत, सुनील मल्लिक, नीरज मल्लिक, बजरंगी मल्लिक, इंदु देवी, सुमन देवी, रिंकी देवी सहित अन्य शामिल है.

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