मुंगेर (बरियारपुर) : बिहार में जमालपुर-भागलपुर रेलखंड के बरियारपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की सुबह अपराधियों का विरोध करने पर सशस्त्र अपराधियों ने 13133 सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेन से एक यात्री को अगवा कर लिया. अपहृत यात्री की पत्नी ने तत्काल भैंक्यूंप कर ट्रेन को रोकवायी और इंजन के आगे पटरी पर बैठ कर अपने पति की बरामदगी की मांग करने लगी. यात्री के अपहरण की खबर मिलते ही रेल व जिला पुलिस में हड़कंप मच गया और तत्काल कार्रवाई करते हुए बरियारपुर स्टेशन के समीप ही पड़िया गांव के अरहर के खेत से यात्री को मुक्त कराया गया. इस दौरान लगभग एक घंटे तक सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेन रूकी रही.
बताया जाता है कि साहेबगंज जिले के राजमहल थाना अंतर्गत तीन पहाड़ निवासी ओमप्रकाश सिंह अपनी पत्नी मुन्नी देवी, साली प्रतिमा देवी तथा दो बच्चे प्रत्युष व पीहू के साथ सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेन से पटना जा रहे थे. ये सभी लोग ट्रेन में निचले बर्थ पर बैठे थे तो ऊपर के बर्थ पर इनका लैगेज रखा था. गाड़ी जब भागलपुर से खुली तो चार की संख्या में युवक उसी बोगी के उसी स्थान पर पहुंचा जहां ये लोग बैठे हुए थे. तीन युवक उपर वाले बर्थ पर जा बैठा जहां वीआइपी ट्रॉली बैग रखा था. जबकि एक नीचे ही बैठ गया. गाड़ी खुलते ही उपर वाले बर्थ पर बैठा युवक बैग को अपने पीछे कर लिया और फिर बैग से समान गायब करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी.
इस दौरान उन लोगों ने समान की चोरी करने की नियत से बैग को काट दिया था. तब तक ट्रेन अकबरनगर स्टेशन पहुंच गयी. जब ओमप्रकाश सिंह को कुछ संदेह हुआ तो उसने अपना ट्रॉली बैग उतारने के लिए कहा. ट्रॉली बैग उतरते ही उसने देखा कि बैग कटा हुआ है. वह हल्ला करने लगा. इसी दौरान सभी अपराधी वहां से भागने लगा. लेकिन, हंगामे के कारण यात्रियों ने उनमें से दो अपराधियों को दबोच लिया जो बरियारपुर के पड़िया गांव का रहने वाला संजीव कुमार उर्फ सिंटू तथा गांधीपुर बरियारपुर का भोला कुमार सिंह है. दोनों को यात्रियों ने रेल पुलिस के हवाले कर दिया.
बरियारपुर में अगवा हुआ यात्री
सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस जब बरियारपुर स्टेशन पहुंचा तो यहां आपराधिक गिरोह के अन्य सदस्य पिस्तौल लेकर ओमप्रकाश सिंह को ढूंढ रहा था. चूंकि अकबरनगर में पकड़ा गया संजीव व भोला ने अपने साथियों को घटना की पूरी जानकारी मोबाइल पर दे दी थी. बरियारपुर में उसके साथ ही ढूंढते हुए ओमप्रकाश के पास पहुंचा और ट्रेन से खींच कर उसे उतार लिया. अपराधी हथियार से लैस थे. इधर, जब अपराधियों ने पत्नी व साली के समक्ष से ओमप्रकाश को खींचते हुए ट्रेन से उतार लिया तो ट्रेन भी खुल गयी. लेकिन, अन्य यात्रियों ने ट्रेन को भैंक्यूंप कर रोका और ओमप्रकाश की पत्नी मुन्नी देवी इंजन के आगे जाकर बैठ गयी. वे अपने पति की बरामदगी की मांग करने लगी.
ट्रेन के अन्य यात्रियों ने भी दिनदहाड़े हुए इस वारदात में मुन्नी का साथ दिया और पुलिस प्रशासन हरकत में आयी. लगभग एक घंटे में ही बरियारपुर पुलिस के सहयोग से ऋषिकुंड हॉल्ट के पश्चिम दिशा में छिलका बरेल बहियार से से ओमप्रकाश को बरामद कर लिया गया. इस दौरान ट्रेन बरियारपुर स्टेशन के आगे लोहा पुल पर रूकी रही.
कहते हैं रेल एसपी
रेल एसपी शंकर झा ने बताया कि यात्री के अपहरण की सूचना मिलते ही रेल एवं जिला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ओमप्रकाश सिंह को बरामद कर लिया और इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि समान चोरी का विरोध करने के कारण ही यात्री का अपहरण किया गया था. इस मामले में पुलिस पूरे गिरोह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.