मुंगेर, प्रतिनिधि : बिहार में मुंगेर शहर के मिर्ची तालाब धोबी टोला निवासी मंटू मस्ताना के तबियत में सुधार आने के बाद उससे मिलने के लिए दर्जनों लोग पहुंचे़ किंतु प्रशासनिक महकमे से अब तक उसकी सुधी नहीं लगी गयी. इलाज के बाद मंटू को शारीरिक रूप से भले ही थोड़ी राहत मिल गयी हो, किंतु उसे अब भी प्रशासनिक स्तर पर राहत की आस है़
पिछले तीन दिनों से भूखे रहने के बाद गंभीर हालत में पड़ोसियों द्वारा बुधवार को मंटू मस्ताना को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. जहां प्रारंभिक उपचार के बाद उसे बेहोशी के हालत में ही बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया़ जहां रात भर इलाज चलने के बाद मंटू के हालत में सुधार आयी़ जिसके बाद वह पुन: अपना घर वापस लौट गया़
गुरुवार को मंटू ने बताया कि उसे एक खपरैल घर के अलावे कुछ भी नहीं है़ न तो कोई खेती-बाड़ी है और न ही कोई व्यावसाय. उसने बताया कि उसकी बूढ़ी मां को वृद्धा पेंशन मिलता है तथा गलत सर्वे के कारण उसे एपीएल कार्ड आवंटित किया गया़ कहीं पर थोड़ा-बहुत गाना गाने का यदि मौका मिल जाता है तो दो-चार सौ रुपये मिल जाते हैं. इसी से किसी तरह गुजारा चलता है़ उसने मायूसी भरे स्वर में बताया कि पिछले वर्ष आयी विनाशकारी बाढ़ में उसका घर भी प्रभावित हुआ था़
मंटू मस्ताना के आस-पड़ोस के लगभग सभी लोगों को प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ की मुआवजा राशि दी गयी़ किंतु उसे आज तक एक भी रुपया मुआवजा नहीं मिल पाया है़ अस्पताल से लौटने के बाद पड़ोसियों ने उसे भोजन दिया़
कहते हैं पदाधिकारी
सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ कुंदन कुमार ने बताया कि मंटू मस्ताना एपीएल पारिवार से आता है, जिसके कारण उसे प्रशासनिक स्तर पर कुछ भी सहयोग नहीं मिल सकता है़ बाढ़ का मुआवजा किस कारण से नहीं मिल पाया है, यह पता करना होगा़