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मुंगेरिया अवैध हथियार: फेसबुक व WhatsApp से सौदा फिर Online पेमेंट, कारोबार के हाईटेक तरीके का खुलासा

बिहार के मुंगेर में बने अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री के लिए तस्करों ने अब सोशल मीडिया को अपना जरिया बना लिया है. इसके लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप वगैरह पर डील की जा रही है. इसका खुलासा कैसे हुआ जानिये...

Bihar Crime News: मुंगेर में बने अवैध हथियारों की खरीद बिक्री अब हाइटेक तरीके से की जा रही है. फेसबुक, इंस्टाग्राम व यूट्युब पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से अकाउंट का खुलासा हुआ है. जिसके माध्यम से इन अवैध हथियारों का कारोबार चल रहा था. एक हथियार तस्कर को जब गिरफ्तार किया गया तो उसने इस पूरे खेल का खुलासा किया. बकायदा सैंपल दिखाकर ग्राहकों को ये हथियार बेचे जाते थे.

पुलिस से बचने के लिए अब सोशल मीडिया का सहारा

अवैध हथियार के निर्माण और उसे फिनिश करके बेचने के लिए इस धंधे से जुड़े लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. हालांकि अवैध हथियार निर्माण को लेकर लगातार पुलिस द्वारा जिले में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया जाता रहा है. बावजूद इस धंधे से जुड़े लोग पुलिस से बचने के लिए अब सोशल मीडिया के जरिए ऑनलाइन सौदा कर ऑफलाइन डिलीवरी ले रहे.

मुंगेर के हथियार तस्कर ने खोला राज 

इसका खुलासा तब हुआ जब अवैध हथियार के साथ दिल्ली की स्पेशल पुलिस टीम ने अलग-अलग राज्यों के चार तस्करों को गिरफ्तार किया. जिसमें मुंगेर के हथियार तस्कर अभिषेक भारद्वाज को भी गिरफ्तार किया गया है.

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फेसबुक व इंस्टाग्राम पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से बना है अकाउंट

दिल्ली में गिरफ्तार हथियार तस्कर अभिषेक भारद्वाज ने दिल्ली पुलिस को बताया कि वह इस धंधे में काफी दिनों से संलिप्त है. उसके साथी मुंगेर में फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से अकाउंट बनाकर हथियार की प्रदर्शनी करता है. जिसमें उन लोगों के द्वारा एक से बढ़कर एक महंगी और हाईटेक हथियार की तस्वीर और वीडियो डालकर अवैध हथियार की खरीदारी करने वाले लोगों को इसका सैंपल दिखाता है.

पे फोन एवं गूगल पे से पेमेंट

तस्कर ने बताया कि जब ग्राहक मनचाहा हथियार पसंद कर ऑनलाइन बुकिंग करते हैं. जिसके बाद पैसे की डिलीवरी ऑनलाइन पे फोन एवं गूगल पे बैंक अकाउंट हथियार का पैसा डालते हैं. तब जाकर अवैध हथियार को बेचने वाले लोग हथियार की खरीदारी करने वाले लोगों को ऑफलाइन डिलीवरी करते हैं.

पुलिस अधिकारी बोलने से कर रहे परहेज

आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से संचालित अकाउंट के बारे में जब पुलिस विभाग वरीय अधिकारियों से बातचीत किया गया तो वे इस बारे में कुछ भी बोलने से परहेज कर गए. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है. पुलिस द्वारा जांच करायी जाएगी.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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