Motihari: मोतिहारी- जमाअत-ए- इस्लामी ने वक्फ संशोधन बिल जो अब कानून बन चका है,उसे पूरी तरह से असंवैधानिक करार दिया है और अपने विभिन्न कार्यक्रमाें के माध्यम से अवामी अदालत में पहुंचने का फैसला लिया है. शनिवार को औकाफ बचाओ,संविधान बचाओ कार्यक्रम के तहत स्थानीय उर्दू लाइब्रेरी के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए जमाअत के अमीर-ए-हल्का बिहार रिजवान अहमद इस्लाही,इमारत-ए- शरिया के काजी मुफ्ती रेयाज अहमद,अमीर-ए-मुकामी अब्दुल रशीद बर्क,प्रो. इकबाल हुसैन आदि ने संयुक्त रूप से कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देशन में वक्फ कानून का विरोध किया जा रहा है. सरकार पर वक्फ ट्रिबुनल को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला कलेक्टर को पावर देकर वक्फ की मूल भावना के साथ खिलवाड़ किया गया है. केवल मुस्लिम समाज ही नहीं,बल्कि संविधान में आस्था रखने वाले हर नागरिक इस कानून का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिमों के प्रतिनिधित्व पर भी सवाल उठाया और कहा कि देश के मुसलमानों के साथ एक बड़ी साजिश चल रही है. इस अवसर पर खुर्शीद इमाम,जियाउल कमर,हसन शाहिद,एसआईओ के शाहिद आलम,मौलाना उमर फारूक नदवी राशीद फरहान समेत जमाअत के अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे.
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