मोतिहारी.मौसम बदल रहा है. गरमी की धमक शुरू हो गयी है. दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंडक महसूस हो रही है. जिसकी वजह से जुकाम, बुखार, सिरदर्द, पेट दर्द, बदन दर्द, आंखों में जलन, एक्जिमा और फ्लू जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं. जिले के लोग भी इस बदलते मौसम के शिकार हो रहे हैं. सदर अस्पताल ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी है. शुक्रवार को ओपीडी के जेनरल फिजिशियन चर्म रोग आदि संभाग में मरीजों की अधिक भीड़ रही. केवल जेनरल फिजिशियन संभाग में 230 मरीज दोपहर लंच तक देखे गये. इनमें बच्चें से लेकर अधिक उम्र के मरीज की संख्या अधिक थी. वरीय चिकित्सक डॉ शफी इमाम और जूनियर चिकित्सकों की टीम ने सभी मरीजों का परीक्षण के बाद उचित सलाह दिया. चिकित्सकों ने बताया कि इनमें सर्वाधिक मरीज फ्लू के शिकार हैं. ज्यादातर मरीज जुकाम, बुखार व लंग्स डिजीज के शिकार हैं. वहीं दूसरा मरीजों की भीड़ चर्म रोग संभाग में देखने को मिला. इनमें खासकर महिला मरीजों की संख्या अधिक देखी गयी. चिकित्सकों की माने तो यह ऐसा मौसम है जब अस्थमा के मरीजों के लिए भी परेशानियां बढ़ जाती हैं. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले को ज्यादा समस्याएं होती हैं. ऐसे में इस मौसम में दिनचर्या में कुछ
बदलाव की जरूरत होती है, जिससे सेहत को किसी तरह की दिक्कतें न हो.
कहते हैं चिकित्सक
सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ शफी इमाम ने बताया कि बदलते मौसम में कमजोर इम्यूनिटी के कारण लोग वायरल बुखार, खासी और सरदर्द के शिकार हो रहे है. बचाव के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने वाला पौष्टिक आहार के साथ दूध, हल्दी का सेवन फायदेमंद होगा. रात में शरीर को ढक्क कर रखें. फ्लू के शिकार मास्क जरूर लगाये, ताकि दूसरे अन्य लोगों में वायरल नहीं फैले.बरतें सावधानी : पंखा चलाने से बचेंबदलते मौसम में सुबह-शाम ठंड रहती है और दोपहर में तापमान बढ़ जाता है, ऐसे में गर्मी लगने पर ज्यादातर लोग पंखा चला लेते हैं, लेकिन ऐसी गलती करने से बचना चाहिए, क्योंकि बीमारी की यही सबसे बड़ी वजह है. इससे सर्दी-गर्मी हो सकती है और बुखार भी हो सकता है. इसलिए गर्मी महसूस हो तो आराम से बैठ जाएं, कुछ देर में तापमान सामान्य हो जाएगा.क्या खाएं, क्या नहीं
ऐसे लोग जो बहुत जल्दी जुकाम और बुखार की चपेट में आते हैं, इसका मतलब उनका इम्यून सिस्टम कमजोर है. ऐसे में उन्हें खानपान में बदलाव कर ऐसी चीजें खानी चाहिए, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए. अपनी डाइट में ग्रीन टी या ब्लैक टी शामिल कर सकते हैं. हालांकि, दिन में एक-दो कप से ज्यादा न पीएं. कच्चा लहसुन, दही, ओट्स, विटामिन डी और विटामिन सी फूड्स का सेवन करें. चावल, गेहूं, सेब और ड्राई फ्रूट्स खाएं, फल और सब्जियां खाने में रखें. इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारियों से बचाने का काम करते हैं.साफ-सफाई से न करें समझौता
फ्लू और जुकाम से बचने के लिए अपनी हाथों को साफ रखें. अगर कहीं हैंडवाश, साबुन नहीं मिल रहा तो अपने पास सैनेटाइजर रखें. अस्थमा मरीज खुद को गर्म रखने की कोशिश करें और डॉक्टर के बताए गाइडलाइन का पालन करें. एक्जिमा होने पर स्किन पर नारियल या सूरजमुखी ऑयल लगाते रहें. डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां लेते रहें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है