मधुबनी.
गर्मी में आपूर्ति से अधिक खपत होने से बाजार में नींबू की कीमत में काफी उछाल आ गया है. उच्च क्वालिटी का नींबू जिसकी कीमत सप्ताह पहले तक दो से ढाई रुपये प्रति पीस बिक रहा था. बाजार में अब 6-7 रुपये प्रति पीस बिक रहा है. नींबू की बढ़ती कीमतों के कारण किचन से नींबू गायब हो गया है. फ्रिज की शोभा बढ़ाने वाली नींबू अब नदारद है. सब्जियों के व्यवसायी अशोक साह ने बताया कि बाजार में नींबू की आवक काम हो गयी है, हालांकि राहत की बात यह है कि हरी सब्जियों का दाम स्थिर है. लोकल उत्पादन कम: मुख्यालय स्थित रिलेशन बाजार में सब्जी के थोक विक्रेता अशोक कुमार व शिवकुमार ने बताया कि आपूर्ति से अधिक खपत होने एवं रमजान के कारण नींबू की कीमतों में उछाल आया है. अशोक कुमार ने कहा कि बाजार में पटना से नींबू मंगाया जाता है. लोकल नींबू का उत्पादन बाजार में 5 से 10 प्रतिशत ही हो पता है. जबकि खपत करने वालों की संख्या लाखों में है. ऐसे में कीमत बढ़ना लाजमी है.गर्मी में इसकी बढ़ जाती है मांग:
आम तौर पर गर्मियों में नींबू की खपत बढ़ जाता है. इसका उपयोग चिकित्सकीय दृष्टिकोण से भी उपयोगी होता है. इस संबंध में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ. डीएस सिंह ने कहा कि नींबू हीट स्ट्रोक में सबसे अधिक फायदेमंद होता है. नींबू भोजन को पचाने में भी सहायक होता है. उन्होंने कहा कि गर्मियों में नींबू पानी का सेवन करते रहना चाहिए, जो लोगों को हीट वेव से बचाव करता है.सब्जियों का दाम स्थिर:
नींबू के दामों में वृद्धि के साथ उसकी खटास भले ही लोगों का को अधिक लगने लगा है, लेकिन हरी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी नहीं हो रही है. बाजार से मिली जानकारी के अनुसार शुरू में बाजार में आई हरी सब्जियों का दाम जहां तीन अंकों में था, वह घटकर दहाई अंकों में आ गया है. वर्तमान समय में परवल 50 से 60 रुपए प्रति किलो, करैला 40-50 रुपये प्रति किलो किलो भिंडी 50 से 60 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 60 से 80 रुपये प्रति किलो, बैगन 40 रुपये प्रति किलो एवं गोभी 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. इसके अलावा लौकी 40 से 50 रुपये प्रति पीस बिक रहा है. एक पखवाड़ा पूर्व की बात करें तो परवल 150 से 200 रुपये प्रति किलो, करैला 80 रुपये प्रति किलो, भिंडी 100 रुपए प्रति किलो, शिमला मिर्च 120 रुपये से डेढ़ सौ रुपये प्रति किलो एवं बैगन 40 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा था.महंगाई के कारण घर में खपत हुई कम:
नींबू के दामों में अचानक आए वृद्धि को लेकर बहुत से घरों में इसकी खपत पर नियंत्रण किया जा रहा है. रांटी निवासी सुरेश साह ने बताया कि पहले प्रतिदिन घर में चार नींबू की खपत होती थी. दाम बढ़ने के कारण एक से दो नींबू से ही काम चलाया जा रहा है. इसी प्रकार गृहणि पुष्पा झा, निशा झा, पूनम देबी, शांति देवी एवं अंजु झा ने बताया कि खाने-पीने की अन्य सामग्री में हो रही मूल्य वृद्धि के साथ ही नींबू के दामों में उछाल अब किचन के स्वाद को स्वादहीन कर दिया है. जो नींबू एक सप्ताह पूर्व 10 रुपए में 3-4 पीस मिलता था, अब वह 6-7 रुपये में एक मिल रहा है. ऐसे में बहुत सोच समझकर नींबू की खरीदारी की जा रही है. गृहणियों ने कहा कि गर्मियों में नींबू की खपत घर में अधिक होती है. घर के प्रत्येक व्यक्ति नींबू पानी का सेवन करते हैं. लेकिन महंगाई के कारण इसमें कटौती की जा रही है. ताकि घरेलू बजट को स्थित रखा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है