मधुबनी.
जिले के सभी नगर निकायों में स्वच्छता की परीक्षा होगी. इसके लिए केंद्रीय टीम ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के अंतिम चरण के तहत इस माह के पहले सप्ताह में नागरिकों से फीडबैक लेगी. हर साल शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाता है. केंद्र सरकार की ओर से आयोजित इस सर्वेक्षण में स्वच्छता के लिए जनता की राय और निकायों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाएगी. जिले के सभी शहरी निकायों के दावे की भौतिक पड़ताल भी करेगी. प्रमाण के साथ दावे को परखेगी. इस दौरान शहर में कचरा प्रबंधन की स्थिति, स्वच्छता व सौंदर्यीकरण, जन शिकायत के समाधान व नाले, सार्वजनिक शौचालय, कचरा प्रबंधन केंद्र व सीवर की स्थिति देखी जायेगी.खुले में कचरा फेंकने से निकाय की किरकिरी
जिले में मधुबनी नगर निगम व झंझारपुर में नगर परिषद है. वहीं बेनीपट्टी, जयनगर, फुलपरास व घोघरडीहा में नगर पंचायत शहरी निकाय के रुप में काम कर रही है. इस सर्वेक्षण में खुले में कचरा फेंकने की प्रवृत्ति और कचरा प्रसंस्करण व्यवस्था को विशेष महत्व दिया गया है. सर्वेक्षण के अंक निर्धारण में इन दोनों पहलुओं की बड़ी भूमिका होगी. इसके अलावे, नगर निकाय द्वारा किए गए पूर्व के दावों की भी जांच की जाएगी. जिससे पता चलेगा कि प्रशासन ने अपनी योजनाओं को किस हद तक लागू किया है. इस दौरान गुप्त निरीक्षण भी किए जाएंगे, ताकि वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके.नया दिशा-निर्देश जारी, ग्रेडिंग सुधारने पर जोर
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत नगर निकायों को उनकी सफाई व्यवस्था के आधार पर ग्रेडिंग दी जाएगी. ग्रेडिंग सुधारने के लिए सभी निकाय के अधिकारियों ने दिशा-निर्देश जारी किया है. जिसमें नियमित कचरा संग्रहण, कचरा प्रसंस्करण की प्रभावशीलता, सार्वजनिक स्थलों की सफाई और नागरिक सहभागिता जैसे पहलुओं को प्रमुखता दी गई है. नगर प्रबंधक राजमणि कुमार व सहायक स्वच्छता पदाधिकारी अमिताभ गुंजन ने कहा कि शहरों में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए नए अभियान चलाए जाएंगे. लोगों को जागरूक करने के लिए पोस्टर, बैनर और सोशल मीडिया कैंपेन भी चलाया जाएगा. इसके अलावे जोन वार टीम गठित कर कचरा निस्तारण की व्यवस्था को सख्ती से लागू किया गया है. नगर आयुक्त अनिल चौधरी ने कहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 शहरों की स्वच्छता व्यवस्था का सही आकलन करेगा. नागरिकों की भागीदारी इस प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है. खुले में कचरा फेंकने की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जानी चाहिए. कहा कचरा प्रबंधन की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं.जनभागीदारी से बनेगा स्वच्छ शहर
नगर निगम के महापौर अरुण राय ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वच्छ सर्वेक्षण में बढ़-चढ़कर भाग लें और इमानदारी से फीडबैक दें. उनका कहना है कि स्वच्छता सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है