दुखद . ट्रक में मक्का लोड करने के दौरान करंट से युवक की मौत
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ट्रक में लाश छोड़ ड्राइवर-खलासी फरार
दुखद . ट्रक में मक्का लोड करने के दौरान करंट से युवक की मौत शहर के मधेपुरा-सहरसा रोड स्थित भिरखी पुल पर गुरुवार को एक खड़े पंचर ट्रक में लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. देखते ही देखते यह खबर सुनते ही लोगों का जमावाड़ा गुमटी पुल पर हो गया. लोगों ने […]
शहर के मधेपुरा-सहरसा रोड स्थित भिरखी पुल पर गुरुवार को एक खड़े पंचर ट्रक में लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. देखते ही देखते यह खबर सुनते ही लोगों का जमावाड़ा गुमटी पुल पर हो गया. लोगों ने बताया कि अहले सुबह यहां गुजरते हुए कुछ लोगों ने जिज्ञासावश मक्का से लदे इस ट्रक को देखा, तो पाया कि ट्रक में एक युवक की लाश है. इस घटना की सूचना सदर थाना पुलिस को दी गयी. सूचना मिलने पर एएसआइ हृदय लाल व जटाशंकर खां ने ट्रक का निरीक्षण कर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
मधेपुरा : पुलिस ने छानबीन के बाद बताया कि युवक सदर प्रखंड के धुरगांव के मैनीरही वार्ड नंबर दस रहने वाला है. युवक का नाम मोहन कुमार(25 वर्ष) है और वह मजदूरी किया करता था. बुधवार की रात मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के पड़वा में ट्रक पर मक्का लोड कर रहा था. मक्का लोड करने के दौरान पास से गुजर रहे बिजली के तार के संपर्क में आ जाने से उसकी मौत हो गयी. बुधवार की देर शाम मुरलीगंज थाना क्षेत्र के पड़वा के समीप मोहन अपने साथियों के साथ एक ट्रक पर मक्का लोड कर रहा था.
मक्का लौड करने के बाद मक्के को ढ़कने के लिए वह ट्रक के ऊपर चढ़ा. लेकिन व ये नहीं देख सका कि काल बनकर बिजली के 11 हजार वाली विद्युत प्रवाहित तार ऊपर से गुजर रहा है. वो तार की चेपट में आकर ट्रक पर ही नीचे गिर गया. जबकि तीन साथी ट्रक के नीचे खड़े होकर तिरपाल बांध रह थे. बांधने के बाद ट्रक ड्राइवर ट्रक लेकर सहरसा की ओर निकल गया. किसी ने इस बात की जानकारी नहीं ली कि मोहन आखिर गया कहां. जब ट्रक भिरखी चौक के पास पंचर हो गया तो पंचर का सामान उतारने के समय खलासी ने मोहन का शव देख और दोनों मौके पर से फरार हो गये. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने ट्रक व शव को अपने कब्जे में कर लिया.
बिजली के लटके तार से हुई मौत
मुरलीगंज . प्रखंड क्षेत्र में विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से कई जगह विद्युत तार नीचे लटका है. जो कभी भी मौत को आमंत्रण दे सकता है. इस संबंध में लोगों ने बताया कि कई बार लटके तार के बारे में विभाग के वरीय अधिकारियों को सूचना दी गयी है. लेकिन विभाग की उदासीनता की वजह से तार को ऊंचा कर दुरूस्त नहीं किया जा सका है. लटके तार के कारण ही बुधवार को मक्के की लोड ट्रक को ऊपर चढ़कर तिरपाल बांधने के क्रम में उसकी मौत हो गयी. यदि समय रहते पूर्व में ही तार को दुरुस्त कर दिया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी.
आंधी की वजह से ओर लटक गयी तार
लगतार एक हप्ते से हो रही आंधी के साथ तेज बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के कई जगहों पर तार लटक गया है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. विद्युत विभाग को जानकारी देने के बाद भी इस ओर कोई प्रयास नहीं किया गया. बुधवार की घटना को लेकर लटके तारों से लोग भयभीत है. यदि समय रहते लटके तारों को दुरूस्त नहीं किया गया तो किसी भी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता. विभाग को बुधवार की घटना से सबक लेकर जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई परिवार न उजड़ सके.
कहते हैं थानाध्यक्ष: थानाध्यक्ष राजेश कुमार का कहना है कि ट्रक में हुई मौत के घटना की जानकारी दी गयी है. इस मामले में मिले आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है.
गांव में है मातमी सन्नाटा: मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का गुजर बसर करने वाला मोहन इस तरह आंख फेर लेगा किसी को इस बात कर अंदेशा नहीं था. लेकिन भगवान के आगे किसकी चली है जो उसके मां लक्ष्मी और पत्नी सीता की चलती. वह पूरे गांव में लोगों के दु:खों को अपना दु:ख समझ कर उसकी परेशानी में अपने को परिवार का सदस्य समझता था. स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहन काफी सरल व शर्मीले स्वभाव का था.
उसके गुजर जाने से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है.
हो बाबा हम ककर कि बिगाड़ लिये: मोहन का शव जैसे ही उसके पैतृक गांव पहुंचा शव से लिपटकर उसकी पत्नी सीता देवी व मां लक्ष्मी देवी लोगों के भीड़ से यही कहती कि हे भगवान हम ककर कि बिगाड़ लिये जे हमर घर के बेटा छीन लेलके. मृतक की मां व पत्नी के क्रंदन से पूरा मौहाल गमगीन हो उठा. वहीं उसकी चार वर्ष की पुत्री ये समझझा नहीं पा रही थी कि आखिर हो क्या गया. वे अपनी मां को रोते देखती तो स्वयं भी रोने लग जाती. और टकटकी पिता को कहती कि पापा उठो मां रो रही है. लेकिन शयद उसे इस बाद करा अंदेशा नहीं था कि उसके पापा अब कभी वापस नहीं लौटेंगे.
काम से वापस नहीं लौटा: मोहन अपने पुत्री से कह कर गया था कि जब वे शाम को आएगा तो लीची व आम लेकर आएगा. उसकी पुत्री शव के पास जाकर कभी शव को तो कभी पापा के पास जाकर लीची व आम की बात करती थी. बेटी को इस तरह रोता देख हर कोई अपनी आंसू को रोक नहीं पा रहा था. सुबह अपने घर से सकुशल निकलने वाले मोहन वापस लौट कर नहीं आया. आया भी तो बेजान शरीर.
घटना के बाद गांव में पसरा मातमी सन्नाटा. जीतापुर. सदर थाना क्षेत्र के भिरखी पुल पर मोहन के शव मृत होने की सूचना पर धुरगांव के वार्ड – 13 में मातमी सन्नाटा छा गया. पीड़ित परिवार के लोगों को सांत्वाना देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. मृतक एक पुत्री का पिता भी है. मोहन के मरने की जानकारी जैसे ही उसकी मां लक्ष्मी देवी व पत्नी सीता देवी को मिली दोनों का रो- रो कर बुरा हाल हो गया.
दूसरे बच्चे को नहीं देख पाया मोहन. मोहन एक पुत्री का पिता है जबकि दूसरे बच्चे अभी गर्भ में पल रहा है. डबु दास के चार पुत्र में तीसरे नं का पुत्र था मोहन. मृतक मिलनसार स्वभाव का थ और काफी तेज तर्रार था. गांव में किसी के साथ मोहन का कभी झगड़ा नहीं हुआ . वह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण- पोषण करता था और काफी स्वाभिमानी था. मोहन के गुजर जाने से परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है. अभी उसकी पहली बच्ची चार साल की है. ऐसे में अब बच्ची का परवरिश व पढ़ाई-लिखाई कैसे होगा.
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