मधेपुरा : सदर अस्पताल में साइकिल, बाइक चोरी व पॉकेटमारी की घटना बढ़ गयी है, लेकिन अस्पताल प्रशासन इस पर कोई भी गंभीरता नहीं ले रही है. सदर अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के बावजूद चोरी की घटना हो रही है. मंगलवार को इलाज कराने आयी महिला के साथ घटना घटित हुई.
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सदर अस्पताल में चोर सक्रिय मरीजों के गायब हो रहे पैसे
मधेपुरा : सदर अस्पताल में साइकिल, बाइक चोरी व पॉकेटमारी की घटना बढ़ गयी है, लेकिन अस्पताल प्रशासन इस पर कोई भी गंभीरता नहीं ले रही है. सदर अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के बावजूद चोरी की घटना हो रही है. मंगलवार को इलाज कराने आयी महिला के साथ घटना घटित हुई. यह घटना भदौल की […]
यह घटना भदौल की वार्ड नंबर एक की संतोष दास की पत्नी ममता देवी के साथ घटी. इस बाबत पीड़ित महिला ने बताया कि वह अपनी पुत्री लक्ष्मी की इलाज कराने झोले में चार हजार रुपये लेकर सदर अस्पताल आयी हुई थी. महिला बच्ची को चिकित्सक से दिखाने के बाद जब वह दवाई लेने के लिए दवाई काउंटर गई, तभी दो लड़की ने उसके थैला से पैसा लेकर चंपत हो गया.
विभाग की लापरवाही के कारण सीसीटीवी कैमरा खराब: सदर अस्पताल में चपे-चपे पर सीसीटीवी कैमरा तो लगा हुआ है, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण सभी खराब होकर बेकार पड़े है. सीसीटीवी कैमरा खराब होने व गार्ड की कमी के कारण सदर अस्पताल में आने वाले मरीज व उनके सामान की सुरक्षा भगवान भरोसे है. सदर अस्पताल में आये दिन चोरी की घटना घटित होती रहती है.
इस पर जब विभाग से बात की जाती है तो विभाग गार्ड व डॉक्टरों की कमी का रोना रोते है. इन घटनाओं के कारण अस्पताल में कर्मी भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते है. अगर आज सीसीटीवी कैमरा सुरक्षित होता व चालू स्थिति में होता तो शायद चोर को पकड़ा जा सकता था.
पूर्व में भी चोर दे चुके हैं चोरी की घटना को अंजाम: एक अगस्त को गुरुवार को सदर अस्पताल के फार्मिस्ट प्रमोद कुमार की बाइक चंद मिनटों में सीएस कार्यालय के समीप से चोरी हो गयी. वहीं सीसीटीवी खराब होने के कारण बाइक का पता भी नहीं चल सका. इसी के साथ 23 जुलाई को धबौली निवासी प्रमोद कुमार के पुत्र भवेश कुमार सदर अस्पताल इलाज के लिए आए थे. इलाज के दौरान अस्पताल के ओपीडी परिसर में रखी साइकिल को चोरों ने उड़ा लिए थे.
इसके बाद वह कार्यालय का चक्कर लगाते रह गया, लेकिन उसके लिए किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई. वहीं 29 जुलाई को सदर अस्पताल में रात के समय चोर घुस गए थे. लेकिन कर्मियों द्वारा उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया.
शाम में रहता है असामाजिक तत्वों का जमावाड़ा: अस्पताल परिसर में शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. जानकारी के अनुसार पिछले कई सप्ताह से हर रात चोर-चोर का हल्ला वार्ड में होता है. सदर अस्पताल कि पिछली कई घटनाओं को देखे तो विश्रामगृह नहीं होने से सदर अस्पताल की राते सुरक्षित नहीं दिख रही हैं.
चोरों का आतंक यहां इतना बढ़ गया है कि हर कोई रात जाग कर ही गुजारना मुनासिब समझता है. अस्पताल में आने-जाने वालों पर नजर रखने की कोई ठोस व्यवस्था भी नहीं की गयी है. चोर भी सदर अस्पताल के वार्डों में जमीन पर सोये परिजन के बीच चोरी की घटना को आसानी से अंजाम दे रहे हैं.
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