तीन आयु वर्ग अंडर-14, अंडर-17 एवं अंडर-19 में खिलाड़ियों ने दिखाई अपनी प्रतिभा
तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न
शहर के के आर के मैदान आयोजित हुई थी प्रतियोगिता
लखीसराय. शहर के केआरके मैदान विगत 19 नवंबर से प्रारंभ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार को उत्साहपूर्ण माहौल में किया गया. इस खेल महोत्सव में सूबे के नौ प्रमंडलों से कुल 27 टीमों ने अपनी सहभागिता दर्ज करायी, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आये प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों ने अपनी उत्कृष्ट खेल प्रतिभा, अनुशासन और खेलभावना का शानदार प्रदर्शन किया. पूरे तीन दिनों तक कबड्डी के रोमांचक मुकाबलों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध रखा और खेल मैदान में उत्साह एवं जोश का अनूठा वातावरण देखने को मिला. प्रतियोगिता के अंतिम दिन शुक्रवार को तीनों आयु वर्गों अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 में फाइनल मुकाबला खेला गया. खिलाड़ियों के बीच आक्रमण और बचाव की रणनीतियों, फुर्ती, दक्षता तथा टीम भावना ने खेल को और भी प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया.खेल के अंडर-14 आयु वर्ग में मुंगेर एवं पटना के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें मुंगेर की टीम ने 45-32 अंकों के साथ पटना को पराजित कर खिताब पर कब्जा जमाया. वहीं अंडर-17 वर्ग में पटना एवं दरभंगा के बीच फाइनल मैच खेला गया. जिसमें पटना की टीम ने दरभंगा को 42-28 अंकों से पराजित कर जीत हासिल कर विजेता बनी. वहीं अंडर-19 वर्ग में मुंगेर एवं तिरहुत के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें तिरहुत की टीम ने 49-40 अंकों के साथ जीत दर्ज कर विजेता बनी. विजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया गया तथा प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र और तकनीकी ऑफिसियल को मोमेंटो प्रदान किये गये. प्रतियोगिता के दौरान स्थानीय दर्शकों, खेल प्रेमियों, अभिभावकों तथा विद्यालयों के छात्रों ने भारी संख्या में पहुचकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया. दर्शकों की तालियों और समर्थन ने खिलाड़ियों का मनोबल और ऊंचा किया, जिससे खेल में और अधिक ऊर्जा व प्रतिस्पर्धा देखने को मिली. फाइनल मुकाबले से पूर्व जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने स्टेडियम पहुंचकर खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया. समापन समारोह को संबोधित करते हुए डीएम ने विजेता टीमों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक सुदृढ़ता का माध्यम है, बल्कि अनुशासन, टीम भावना और सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देता है. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को नशा और नकारात्मक गतिविधियों से दूर रखते हुए उन्हें एक स्वस्थ और लक्ष्यपूर्ण दिशा प्रदान करते हैं. वहीं जिला खेल पदाधिकारी रवि कुमार ने अपने समापन अभिभाषण में कहा कि कबड्डी जैसे परंपरागत भारतीय खेल खिलाड़ियों में आत्मविश्वास, साहस और त्वरित निर्णय क्षमता विकसित करते हैं, जो उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन भविष्य में भी ऐसे राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों को बढ़ावा देता रहेगा ताकि जिले के युवाओं को अधिक अवसर और मंच प्राप्त हो सके.
खेल में सूबे के नौ प्रमंडल की कुल 27 टीमें हुई शामिलराज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में सूबे के पटना, तिरहुत, सारण, मगध, मुंगेर, दरभंगा, कोसी, पूर्णिया व भागलपुर सहित कुल नौ प्रमंडल की तीन-तीन अलग-अलग आयु वर्ग की टीमें शामिल हुई. जिसमें सूबे के लगभग सभी जिलों के खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व बताया गया है.—————————————————————————————————————-
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