लखीसराय. कालाजार से जिला के सभी प्रखंड को मुक्त करने के लिए जिले के तीन प्रखंड के सभी घरों में इस बीमारी के मरीज को खोजने का अभियान शुरू कर दिया है, जिसमें लखीसराय, सूर्यगढ़ा व बड़हिया प्रखंड शामिल है. जानकारी देते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा पत्र द्वारा निर्देश दिया गया था, जो प्रखंड कालाजार बीमारी से प्रभावित हैं, वहां घर-घर खोजी अभियान चलाकर इस बीमारी के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाया जाय. उन्होंने बताया कि इस अभियान में अगर कोई मरीज मिला है तो उसे निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जायेगा. साथ ही इस डॉ राकेश ने बताया की कालाजार बीमारी एक परजीवी रोग है जो बालू मक्खी के काटने से फैलता है और लीशमैनिया परजीवी के कारण होता है. यह एक गंभीर बीमारी है जो यकृत, तिल्ली और अस्थि मज्जा को प्रभावित करती है, यदि इसका इलाज न कराया जाय, तो यह बीमारी घातक हो सकती है. जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नरेंद्र कुमार ने बताया कि आज से कालाजार खोजी अभियान शुरू किया गया है, जो पांच दिनों तक चलेगा. इस अभियान में आशा चिन्हित प्रखंडों के घरों में जाकर मरीज की पहचान कर अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को रिपोर्ट करेंगी. उसके बाद उनका इलाज किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कालाजार बीमारी का लक्षण दो सप्ताह से अधिक तक बुखार रहना, भूख नहीं लगना कमजोरी होना, खून की कमी आ जाना, स्पलीन का बढ़ जाना है. वहीं इसके दूसरे रूप पीकेडील बीमारी का लक्षण, चमड़ी पर सफेद दाग आ जाना जिसमें सुनापन का पता चलता है. इस बीमारी से बचने के लिए त्वचा को ढक कर रखें, यानि पूरे कपड़े पहने, गंदगी एवं गिले जगहों पर जाने से बचें, बिस्तर पर सोने से पहले मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें.
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