चकाई : मरीज की मौत से आक्रोशित परिजनों लारा बुधवार को रेफरल अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक डॉ उमाशंकर की पिटाई करने का मामला प्रकाश में आया है. लिलुडीह निवासी मृतक उदेन उपाध्याय के पुत्र गुडन ने बताया कि उसके पिता की तबियत अचानक खराब हो गयी. आनन -फानन में वह चकाई रेफरल अस्पताल पहुंचा तथा वहां ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक डॉ उमाशंकर को अपने पिता के इलाज के लिए लिलुडीह जाने को कहा. लेकिन चिकित्सक उमाशंकर ने जाने से इनकार कर दिया.
इस दरम्यान इलाज के अभाव में मेरे पिता की मौत हो गयी. इधर घटना से आक्रोशित लोगों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया तथा चिकित्सक के साथ हाथापाई की. इस संबंध मे चिकित्सक उमाशंकर ने बताया कि मैं सुबह आठ बजे के करीब रेफरल अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर था तथा कुछ मरीज भी अपने इलाज के लिए वहां आ चुके थे. इसी बीच वाहन से जदयू प्रखंड अध्यक्ष सह बीस सूत्री अध्यक्ष राजीव रंजन पांडेय और उनके साथ चार पांच अन्य व्यक्ति उतर कर मेरे पास आये तथा मुङो लिलुडीह जाकर मृतक उदेन उपाध्याय का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने को कहा. मैंने कहा कि उनकी मौत मंगलवार रात को ही हो गयी है. आपने उन्हें अस्पताल में एडमिट भी नहीं करवाया है, मैं कैसे उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बना दूं. इसके पूर्व उनके शव को अंत्यपरीक्षण के लिए जमुई भेजना पड़ेगा.
इस पर आक्रोशित होकर राजीव रंजन पांडेय के कहने पर उनके साथ आये लोगों ने मेरा शर्ट फाड़ दिया व मेरे साथ मारपीट किया. बाद में राजीव रंजन पांडेय ने टेबुल पर रखा उपस्थिती पंजी जबरन उठाकर उस पर लिख दिया कि सुबह बुधवार 9 बजे तक रेफरल अस्पताल में कोई भी डॉक्टर ड्यूटी पर कार्यरत नहीं है. साथ ही उन्होंने उपस्थिति पंजी पर अपना हस्ताक्षर भी कर दिया. बाद में वे सभी गाली -ग्लौज करते चले गये.
डॉक्टर उमाशंकर ने आगे बताया कि घटना के उपरांत मैंने इसकी सूचना सीएस तथा जिलाधिकारी को दी है. मालूम हो की मृतक उदेन उपाध्याय कॉपरेटिव बैंक में चपरासी के पद पर कार्यरत थे. समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष की और से घटना की प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है.