किशनगंज. सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिए घातक रोग है, जो मुख्य रूप से ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) के संक्रमण से होता है. यह वायरस महिलाओं में 30 वर्ष की उम्र के बाद सर्वाइकल कैंसर की स्थिति उत्पन्न कर सकता है. वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन विकसित की है, जो किशोरावस्था में दिए जाने पर जीवनभर सुरक्षा प्रदान कर सकती है. इसी क्रम में जिले के किशनगंज सहित विभिन्न क्षेत्रों में नौ से 14 आयुवर्ग की किशोरियों को उक्त बीतारी से सुरक्षा के लिए एचपीवी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. मंगलवार काे किशनगंज जिले के बालिका उच्च विद्यालय में एचपीवी टीकाकरण शिविर लगाया गया. शिविर में नौ से 14 वर्ष तक की किशोरियों को स्वास्थ्यकर्मियों की उपस्थिति में टीका लगाया गया लगाया गया. इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार की अध्यक्षता में टीकाकरण कार्य संपन्न हुआ. उनके साथ डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. प्रीतम घोष, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अहमद, यूएनडीपी के वीसीसीएम, एएनएम, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थी मौजूद रहे. डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि यह अभियान जिले के चिन्हित प्राथमिक व उच्च विद्यालयों में चरणबद्ध रूप से संचालित किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि किशनगंज जिले को एचपीवी टीकाकरण के लिए 2200 वायल्स उपलब्ध कराया गया है. डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ प्रीतम घोष ने बताया कि एचपीवी टीका बालिकाओं को 30 वर्ष की उम्र के बाद होने वाले सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा प्रदान करती है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने कहा कि टीकाकरण से सर्वाइकल कैंसर की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रत्येक लाभार्थी को समय पर दोनों टीका लगाया जाये.
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