किशनगंज. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नयी दिल्ली व बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार,पटना के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया. जानकारी के अनुसार उक्त लोक अदालत में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सुशांत कुमार ने पीठ के सदस्यों व अन्य पदाधिकारियों से अपील किया की पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ओम शंकर ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वादों का निष्पादन शांति पूर्वक करें. राष्ट्रीय लोक अदालत की पीठ के न्यायिक सदस्य विशेष न्यायाधीश पोक्सो अधिनियम दीपचंद पाण्डेय, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी मुक्तेश मनोहर, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी द्वितीय शोभना त्रिपाठी, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी सुरभित सहाय, सिविल जज जूनियर डिवीज़न द्वितीय सह न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी रंधीर कुमार सम्मिलित थे. इन पांच पीठों में गैर न्यायिक सदस्य के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता जय किशन प्रसाद, गांधी लाल सिंह, अर्चना, जयदेव समजदार तथा अबूलैस सौरी की प्रतिनियुक्ति की गई थी. राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 199 मामलें जिसमें अपराधिक शमनीय 136 मामलें, दावा वाद से 01 मामला में समझौता की राशी 5,00,000 एवं विद्युत विभाग के 62 मामले सम्मिलित है. बैंक ऋण के कुल 515 मामले में समझौता राशी कुल रूपये 2,77,11,819 का तथा टेलीफोन बिल के 33 मामलों में कुल 74,787 रूपये एवं फिनांस कम्पनी का 06 मामलों में कुल रूपये 1,11,326 रुपये का समझौता हुआ. राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गयी, जहां जिले के विभिन्न क्षेत्रो से आए पक्षकारों ने अपने-अपने वाद का निष्पादन करवाने में काफी सक्रिय भूमिका निभायी. पक्षकारों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो इसके लिए जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक–एक अधिकार मित्र की प्रतिनियुक्ति की गई थी. इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मियों के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय के कर्मचारीगण सक्रिय भूमिका में दिखे.
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