गोगरी . थाना क्षेत्र के राटन में मो फिरदौस फरीदी के घर डीआरआई की टीम व गोगरी पुलिस ने नकली नोट छापने के गिरोह का भंडाफोड़ किया. गिरोह का सरगना मो फिरदौस फरीदी घर पर राटन में सीएससी चलाता है. उसने गिरोह के अन्य सदस्य से नोट छपाई का तरीका सीखा. फिर अपने सीएससी में ही नोटों की छपाई करने लगा. नकली नोट के धंधे से राटन में आलीशान मकान बनाया है. पूरे देश में नकली नोट का धंधा करने वाले गिरोह के एक सदस्य को दबोचा गया. फिरदौस के घर से नोट छापने में उपयोग होने वाली सिक्योरिटी पेपर भी बरामद किया गया. फिरदौस सिक्योरिटी पेपर चीन की कंपनी से आनलाइन मंगवाया था. गिरफ्तार मो फिरदौस फरीदी गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हैं. उसके निशानदेही पर फरार अन्य साथियों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही है. फंडिंग से भी जुड़ा हो सकता है मामला इधर डीआरआई हर बिंदु पर जांच कर रही है. फंडिंग से भी जोड़कर इसे देखा जा रहा है. ये पता किया जाएगा कि नकली नोटों का प्रयोग देशविरोधी गतिविधियों में तो नहीं किया जा रहा था. बताया जाता है कि एक पेपर से चार नोट तैयार किया जाता है. पांच सौ के एक नोट तैयार करने में 50 रुपये से 100 रुपए खर्चा आता है. नोटों को खपाने के लिए एजेंटों का इस्तेमाल किया जाता था. यह एजेंट नोटों को छोटे-छोटे स्तर पर खपाते थे. चीन की कंपनी को यह लोग रुपया लिंक भेजकर आनलाइन मंगाते थे. चीन की कंपनी सिक्योरिटी पेपर कूरियर से भेजती थी. यह नोट बिल्कुल असली जैसे लगते हैं. पांच सौ के बाद 100 और 200 का नोट छापने की तैयारी हो रही थी. बताया जाता है कि एक बंडल में दस लाख रुपए छपते थे. थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि फिरदौस को गिरफ्तार किया गया है. कांड संख्या 45/25 दर्ज किया गया है. पूछताछ की जा रही है.
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