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गोताखोरों को नदी में नहीं मिली लाश

खगड़िया: शनिवार को मोरकाही थाना क्षेत्र के गड़ैया घाट पार करते समय एक डेंगी (छोटी नाव) पलट गयी. नाव पर लगभग एक दर्जन से ज्यादा महिला पुरुष वार थे. इसमें से 8 से 10 लोग किसी तरह तैर कर नदी से बाहर निकल आये थे, लेकिन सिमराहा के तेतर सदा की बहू तथा महेंद्र सदा […]

खगड़िया: शनिवार को मोरकाही थाना क्षेत्र के गड़ैया घाट पार करते समय एक डेंगी (छोटी नाव) पलट गयी. नाव पर लगभग एक दर्जन से ज्यादा महिला पुरुष वार थे. इसमें से 8 से 10 लोग किसी तरह तैर कर नदी से बाहर निकल आये थे, लेकिन सिमराहा के तेतर सदा की बहू तथा महेंद्र सदा की बहू के अलावा नवटोलिया के महेंद्र सिंह की पत्नी तथा पुत्री लापता हैं. लापता को खोजने के लिए गोताखोर विभिन्न तरह के उपकरण के साथ नदी में गोता लगाते रहे.

पर, सफलता हाथ नहीं लगी. एसडीआरएफ की टीम के अवर निरीक्षक अजय सिंह ने बताया कि नदी के ऊपर जितनी तेज धार है, उससे कहीं ज्यादा तेज धार नदी के नीचे है. इस कारण लापता को खोजने में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि लापता लोगों को खोजने के लिए चार मोटरबोट सहित 26 सदस्यीय टीम को लगाया गया है, जो नदी के दोनों तरफ के किनारे लापता लोगों की खोज में जुटे हैं. हालांकि एसडीआरएफ टीम द्वारा बंशी जाल का प्रयोग कर भी लापता को खोजने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल गोताखोरों को देर शाम तक सफलता हाथ नहीं लगी थी.

अब 24 घंटे पूरे होने का इंतजार
खगड़िया. एसडीआरएफ की टीम नाव हादसे के 24 घंटे पूरे होने के इंतजार में हैं. उन्हें विश्वास है कि 24 घंटा पूरा होने पर पानी में लापता लोगों की लाश नदी के निचले सतह को छोड़ ऊपर आ सकती है. समाचार लिखे जाने तक एसडीआरएफ की टीम को सफलता हाथ नहीं लगी थी. वहीं जानकारों का मानना है कि डूबने के 24 घंटे के बाद मृतक का शरीर फूल जाता है और वह नदी की की गहराई को छोड़ कर ऊपर आने लगता है. एसडीआरएफ की टीम का मानना है कि शनिवार को घटना शाम पांच बजे हुई थी. उक्त नाव में सभी किसान कटनी कर अपने घर वापस आ रहे थे. जैसे ही नाव किनारे से बीच धार में पहुंची पलट गयी.

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