कटिहार पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार सहित अन्य रेल मंडल में महात्मा गांधी की 156वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाया. महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव, महाप्रबंधक निर्माण अरुण कुमार चौधरी ने रेलवे मुख्यालय परिसर में दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित की तो दूसरी और कटिहार रेल मंडल में भी डीआरएम सहित अन्य अधिकारियों ने राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित कर कई कार्यक्रम आयोजित किया. खासकर स्वच्छता को लेकर एक अभियान ही जारी रखा. इस कार्यक्रम में विभिन्न स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया और सामूहिक रूप से महात्मा गांधी के जीवन मूल्यों और शिक्षाओं को याद किया. इस अवसर पर पूसी रेलवे द्वारा गांधीजी के सत्य, अहिंसा, स्वच्छता और समाज के प्रति निस्वार्थ सेवा के आदर्शों की प्रतिबद्धता को पुनः दोहराई. इस अवसर पर पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. स्वच्छता ही सेवा 2025 के तहत, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने महात्मा गांधी की 156वीं जयंती के अवसर पर एक महत्वपूर्ण हरित पहल की. गांधी जयंती पर एनएफ रेलवे के विभिन्न स्टेशनों जैसे नाहरलगुन, अगरतला, सिलचर, किशनगंज, अलीपुरद्वार, गुवाहाटी आदि से चलने वाली 29 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को बेडरोल वितरण के लिए आईआईटी गुवाहाटी द्वारा निर्मित कम्पोस्टेबल बैग प्रदान किए गए. ये उन 26 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के अतिरिक्त हैं, जहां 17 सितंबर, 2025 से यह पहल शुरू की गई थी. पारंपरिक प्लास्टिक के विपरीत, ये बैग पर्यावरण के अनुकूल, गैर विषाक्त और नवीकरणीय संसाधनों से बने होते हैं. वे हानिकारक अवशेष वातावरण में छोड़े बिना स्वाभाविक रूप से विघटित हो जाते हैं, अपशिष्ट पृथक्करण और खाद बनाने में सहायता करते हैं तथा एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने में मददगार हैं. इस पर्यावरण-अनुकूल पहल का व्यय भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपनी कॉर्पोरेट सोशल रेस्पांसिब्लिटी (सीएसआर) पहल के तहत वहन किया जा रहा है, जिससे यह रेलवे के लिए एक शून्य-लागत वाली परियोजना बन गई है. यह पहल स्वच्छ और हरित पर्यावरण को बढ़ावा देने में पूसी रेलवे की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इसके साथ ही, रेल मंत्रालय ने 2 अक्टूबर से 31 अक्तूबर 2025 तक चलने वाले इस विशेष अभियान 5.0 की शुरुआत की है, जो भारतीय रेलवे सहित सभी सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को संस्थागत रूप देने के लिए एक केंद्रित पहल है. इस अभियान में राजस्व सृजन के लिए कबाड़ निपटान, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, ई-फाइल समीक्षा और समय पर शिकायत निवारण पर ज़ोर दिया जाएगा. विशेष ध्यान देने वाले क्षेत्रों में वेस्ट टू वेल्थ परियोजनाऐं और प्रभावी ई-ऑफिस कार्य शामिल हैं. जन जागरूकता और भागीदारी बढ़ाने के लिए 105 अमृत भारत स्टेशनों सहित प्रमुख स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान भी चलाए जाएंगे और नागरिक-केंद्रित अमृत संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.इस पहल के माध्यम से, रेलवे का उद्देश्य रेल परिचालन में सुदृढ़ प्रथाओं को प्रेरित करना है, साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में राष्ट्रव्यापी गतिविधियों में योगदान देना है.
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