– सड़कों पर कम चले वाहन, लोग हुए परेशान – आठ साल के बाद कटिहार जिले में हुई घटना – करीब आठ वर्ष पूर्व 2017 में इस तरह की घटना हुई थी, कटिहार रविवार की देरशाम मुहर्रम के बीच दो पक्षों के बीच हुई झ़ड़प से दूसरे दिन रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर सन्नाटा पसरा रहा, स्थिति ऐसी रही कि सोमवार को दिन भर सड़क पर कम वाहन चले, जिसका नतीजा रहा कि लोग परेशान रहें, खासकर फलका, खेरिया, पूणिया के लिए जानेवाले यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा. रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के आवागमन जरूर हुई लेकिन यात्रियों की संख्या काफी कम रही. इससे रेलवे को राजस्व का नुकसान हुआ है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है, शहर के प्रबुद्ध जनाें का कहना है कि कटिहार में हमेशा से गंगा जमुनी की तहजीब रही है. चाहे हिन्दू का होली व मुस्लिमों का बकरीद हो या फिर मुर्हरम पर्व हो, जिला प्रशासन द्वारा नेट को चौबीस घंटे बंद कर दिये जाने के आदेश से लोगों में राहत जरूर महसूस की, लेकिन पढने वाले युवाओं छात्र- छात्राओं को काफी परेशान होना पड़ा, शहरवासियों का कहना था कि इससे पूर्व करीब आठ वर्ष पूर्व 2017 में इस तरह की घटना हुई थी तब भी जिला प्रशासन द्वारा इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था, झड़प के दूसरे दिन सोमवार को शहर के अधिकांश चौक चौराहाें पर सन्नाटा पसरा रहा, सहायक थाना स्थित अस्थायी बस स्टॉप पर लोग अहले सुबह से ही पूणिया, भागलपुर, गेड़ाबाडी जाने के लिए निकले जरूर थे लेकिन तनावपूर्ण माहौल को देखकर लोग अपने अपने घर पैदल पांव लौटने को विवश हो गये, इंटरनेट सेवा बंद होने से संदेशों का नहीं हो पाया आदान प्रदान शहर के कई संस्थाओं में पढ़ रहे छात्र छात्राओं का कहना था कि अहले सुबह उठते ही वे लोग अपना अपना व्हाटसएप को खोलना शुरू किया तो बंद पाया गया, इससे कुछ देर के लिए वे लोग अपने मोबाइल को खोलकर पुन: चालू करने के बाद भी संदेशों का आदान प्रदान नहीं होने पर कुछ देर के लिए उनलोगों ने मोबाइल को मरम्मत करवाने को सोचने लगे, लेकिन दिन बीतने के बाद पता चला कि जिला प्रशासन द्वारा इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है, तब जाकर उनलोगों ने राहत ली,
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