कुरसेला गंगा दशहरा के पावन तिथि पर गुरुवार को त्रिमोहनी उत्तरवाहनी संगम तट सहित विभिन्न गंगा तटों पर श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगायेंगे. श्रद्धालु गंगा स्नान कर जप-तप ध्यान अराध्य देव महादेव की पूजा अर्चना करेंगे. हर साल जयेष्ट माह के शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है. प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल गंगा दशहरा पर हजारों श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगायेंगे. प्रतिवर्ष की भांति इस साल गंगा दशहरा पर पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, सीमावर्ती भागलपुर जिला के श्रद्धालु विभिन्न साधनों और पदयात्रा कर गंगा स्नान के लिये तटों तक पहुंचते है. धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान ध्यान पूजा जप तप दान विशेष फलदायी होता है. पदयात्रा कर गंगा तट तक पहुंचने का बेहद पुण्यकारी माना जाता है. त्रिमोहनी संगम तट तक आवागमन का साधन नहीं होने से गंगा स्नान आने वाले श्रद्धालुओं को दियारा के बीहड़ क्षेत्र में बालू के रेत पर चल कर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. श्रद्धालु तमाम कठिनाई दुश्वारियों को पार कर त्रिमोहनी संगम तट गंगा स्नान के लिये आवागमन करते हैं. गंगा स्नान करने का आस्था तमाम परेशानियों पर भारी पड़ जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है