– वितरित बीज व उपादानों का धरातल पर जांच को कृषि निदेशालय ने दिया आदेश – जांच दल अब सीधा पहुंचेंगे किसानों के खेत, जारी पत्र से अफरा-तफरी का माहौल कटिहार मिलेट्स यानि मोटे अनाज की खेती को लेकर कृषि विभाग से सख्त रवैया अपनाया है. इसको बढ़ावा देने को लेकर कृषि निदेशालय बिहार पटना के कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह ने वितरित किये गये बीज व उपादानों का धरातल पर जांच का आदेश दिया है. ताकि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के संबंध में वास्तविकता की जानकारी के साथ ही योजनाओं का मूल्यांकन करते हुए इसके परिणामों का आकलन किया जा सके. मिलेट्स योजना सत्यापन को लेकर एक फामेट जारी किया गया है. जिसमें जांचकर्ता पदाधिकारी का नाम व पदनाम, लाभुक किसानों का नाम, पता, किसानाें को प्राप्त बीज की मात्रा एवं प्रभेद, बुआई की तिथि व वर्तमान में फसल की स्थिति से अवगत कराना होगा. इस परिपे्रक्ष्य में विभाग द्वारा प्रत्येक बुधवार को जीरो ऑफिस डे घोषित किये जाने का निर्णय भी लिया गया है. इससे पदाधिकारियों में अफरा- तफरी का माहौल हो गया है. अब जारी आदेश के बाद जांच दल में शामिल पदाधिकारी सीधे किसानों के खेतों में पहुंचकर जांच करेंगे. जीरो ऑफिस डे का मुख्य उद्देश्य उक्त दिवस को प्रमंडल स्तरीय पदाधिकारी, जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी अपने-अपने कार्यालय में नहीं रहकर क्षेत्र अंतर्गत भ्रमण कर धरातल पर मिलेट्स बीज व उपादान वितरण की जांच करेंगे. जांच व सत्यापन करने के संबंध में कई निर्देश दिया गया है. प्रमंडलीय संयुक्त निदेशक शष्य अपने जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक रसायन, सहायक निदेशक अभि, सहायक निदेशक शष्य, प्रक्षेत्र के साथ जांच दल का गठन करेंगे. जांच दल का यह दायित्व होगा कि वे जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराये गये सूची में से प्रत्येक प्रखंड में मिलेटस प्रत्यक्षण के पांच-पांच लाभुक किसानों की स्थलीय जांच कर जांच प्रतिवेदन मुख्यालय को उपलब्ध करायेंगे. सत्यापन में सही किसानों को डीएओ देंगे अनुदान के रूप में दो हजार की राशि जांच दल के पदाधिकारी संबंधित किसानों के खेतों में जाकर सत्यापन करेंगे कि लाभुक किसानों द्वारा बीज की बुआई व उपादान का सही प्रकार से प्रयोग किया गया है. सत्यापन में सही पाये गये किसानों को ही केवल दो हजार रूपये नगद अनुदान राशि का भुगतान जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा. जांच के क्रम में जियो टेैग फोटो लिया जायेगा. जिसे जिला मुख्यालय में पेन ड्राइव में संग्रहित किया जायेगा. जांच के क्रम में किसानों को उपलब्ध कराये गये बीज एवं उपादानों की गुणवत्ता के संबंध में फीडबैक प्राप्त करेंगे. जांच के क्रम में यह भी सत्यापन किया जाना है कि प्रत्यक्षण के लाभुक किसानों को वणित मात्रा में बीज व उपादान प्राप्त हुआ है. साथ ही संबंधित क्षेत्र के कृषि समन्वयक द्वारा किसानों के खेतों पर जाकर अपनी निगरानी में सभी शष्य क्रियाओं को कराया गया है. उपादान के उपयोग के संबंध में तकनीकी जानकारी दिया गया है. सभी संबंधित किसानों का स्थलीय जांच कर सत्यापन प्रतिवेदन जारी फॉमेट में ससमय मुख्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जायेगा. जीरो ऑफिस डे का लिया गया है निर्णय खरीफ 2025 मौसम में किसानों को मिलेट्स का कलस्टर में प्रत्यक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिसमें किसानों को बीज व उपादान का वितरण किया गया है. साथ ही प्रत्यक्षण के लाभाथियों को दो हजार रूपये नगद अनुदान राशि दिये जाने का भी प्रावधान है. वितरित बीज व उपादानों का धरातल पर जांच अति आवश्यक है. इसी आलोक में विभाग द्वारा प्रत्येक बुधवार को जीरो ऑफिस डे घोषित किये जाने का निर्णय लिया गया है. विभाग से 12 अगस्त को पत्र जारी किया गया है. इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. मिथिलेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, कटिहार
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