जमालपुर : पेयजल के मामले में जमालपुर शहरी क्षेत्र से बेहतर स्थिति प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों की है. प्राप्त आंकड़े तो यही बताते हैं. जिसमें कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के वैसे परिवारों का डाटा एंट्री ई-जल शक्ति पोर्टल पर इंट्री करना है, जिन्हें किसी भी स्रोत से पेयजल आपूर्ति की जा रही है.
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72.81 प्रतिशत ग्रामीणों को मिल रहा पेयजल, शहरवासी अब भी लालायित
जमालपुर : पेयजल के मामले में जमालपुर शहरी क्षेत्र से बेहतर स्थिति प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों की है. प्राप्त आंकड़े तो यही बताते हैं. जिसमें कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के वैसे परिवारों का डाटा एंट्री ई-जल शक्ति पोर्टल पर इंट्री करना है, जिन्हें किसी भी स्रोत से पेयजल आपूर्ति की जा रही है. […]
बताया गया कि पंचायती राज विभाग के ई-जल शक्ति पोर्टल पर प्रखंड के सभी 10 पंचायतों के वैसे लाभुकों का डाटा एंट्री करना है, जिन्हें किसी भी स्रोत से पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जा रही है. इन स्रोतों में चाहे वह पंचायती राज विभाग, पीएचईडी अथवा मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के लाभुकों को शामिल किया गया है.
ग्रामीण क्षेत्रों के 16228 लाभुकों को मिल रहा है पीने योग्य पानी: बीडीओ राजीव कुमार ने बताया कि जमालपुर प्रखंड के सभी 10 पंचायतों में कुल परिवारों अथवा हाउसहोल्ड की संख्या 22,228 है, जिनमें से 16228 लाभुकों को वर्तमान में पेयजल आपूर्ति की जा रही है.
उन्होंने बताया कि प्रखंड के सभी पंचायतों के अंतर्गत कुल वार्डों की संख्या 138 है, जिनमें से 87 वार्ड में मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल द्वारा पीने के पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है. ऐसे लाभुकों का डाटा इंट्री ई-जल शक्ति पोर्टल पर किया जाना है. उन्होंने बताया कि शेष 51 ग्रामीण वार्ड के निवासियों को पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी अब पीएचईडी विभाग को सौंपी गई है.
अब तक शहरी क्षेत्र के 14670 हाउसहोल्ड को पेयजल मयस्सर नहीं
एक ओर प्रखंड क्षेत्र की कुल आबादी के 72.81% ग्रामीणों को सात निश्चय योजना के तहत पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, तो दूसरी ओर नगर परिषद क्षेत्र के 14670 हाउसहोल्ड को आजादी के 73 वर्षों बाद भी अब तक पेयजल मयस्सर नहीं हो पाया है. कार्यपालक पदाधिकारी सूर्यानंद सिंह ने बताया कि नगर परिषद के सभी 36 वार्डों में रहने वाले हाउस होल्ड की संख्या 14670 है, जिन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी बुडको की है.
इसके लिए सरकार ने 56 करोड़ रुपए की लागत से योजना तैयार की है, जिसमें नगर परिषद द्वारा अपने अंश का 7.84 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान बुडको को लगभग 7 महीना पहले ही कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गणपति ट्रेडर्स को जिम्मेवारी मिली है. परंतु लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग का साइन नहीं हुआ है. साइन होते ही काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि संभावना है कि शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के प्रोजेक्ट पर आगामी मार्च महीने से काम आरंभ होगा.
समस्याओं काे लेकर 24 को वार्ड वासी नप
कार्यपालक पदाधिकारी से करेंगे मुलाकात
जमालपुर. छोटी केशवपुर वार्ड संख्या 28 में मंगलवार को वार्ड वासियों की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता वार्ड पार्षद राकेश कुमार ने की. उन्होंने कहा कि करीब दो वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभुकों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. इसके कारण लाभुकों में निराशा है.
इधर कार्यपालक पदाधिकारी सूर्यानंद सिंह ने स्पष्ट किया है कि किसी भी लाभुक को अगर किसी प्रकार की परेशानी हो तो उनसे मिलें. इसी सिलसिले में आगामी 24 फरवरी को वार्ड संख्या 28 के जरूरतमंद लाभुक नगर परिषद कार्यालय पहुंच कर कार्यपालक पदाधिकारी से मिलेंगे. बैठक में मुख्य रूप से हीरालाल मंडल, दिनेश कुमार मंडल, उत्तम गुप्ता, मंगल मंडल, रवि कुमार और बबलू मंडल मौजूद थे.
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