लाइट की राशि में गड़बड़ी पर निगरानी के एसपी ने दर्ज कराया मामला
भभुआ कार्यालय (कैमूर) : निगरानी के एएसपी मनोज कुमार ने मंगलवार को भभुआ थाने में भभुआ के पूर्व बीडीओ रजनीकांत ओझा, महुआरी के पूर्व मुखिया अरुण कुमार उपाध्याय, पूर्व पंचायत सचिव कपिलदेव राम, पूर्व प्रखंड कल्याण पदाधिकारी कन्हैया राम व उर्दू अनुवादक मोनाजिर खां के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी.
इन लोगों पर महुआरी पंचायत में सोलर लाइट लगाने का दावा करते हुए फर्जी तरीके से तीन लाख 64 हजार रुपये गबन करने के प्रयास का आरोप है. दरअसल, भभुआ प्रखंड के महुआरी पंचायत अंतर्गत विभिन्न गांवों में आठ जगहों पर 2010-11 एवं 2011-12 में सोलर लाइट लगाने का दावा करते हुए तीन लाख 64 हजार रुपये भुगतान करने के लिए महुआरी के पूर्व मुखिया अरुण कुमार उपाध्याय द्वारा न्यायालय में गुहार लगायी गयी थी.
इस मामले की पड़ताल के क्रम में निगरानी ने पाया कि पूर्व मुखिया श्री उपाध्याय द्वारा पूर्व बीडीओ रजनीकांत ओझा, पूर्व पंचायत सचिव कपिलदेव राम, पूर्व प्रखंड कल्याण पदाधिकारी कन्हैया राम व पूर्व सहायक उर्दू अनुवादक मोनाजिर खां से मिल कर फर्जी कागजात के आधार पर षड्यंत्र कर आठ जगहों पर सोलर लाइट लगाने का दावा करते हुए तीन लाख 64 हजार रुपये हड़पने की कोशिश की गयी.
जब वे पैसा गबन करने में असफल रहे, तो उन्होंने न्यायालय के माध्यम से सरकारी राशि प्राप्त करने का आपराधिक प्रयास किया. इस मामले में सभी पांच आरोपितों के ऊपर 467, 468, 471, 420 सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
200 पेजों में दिया है प्राथमिकी का आवेदन
निगरानी के एएसपी मनोज कुमार द्वारा लगभग 200 पेज में भभुआ के पूर्व पदाधिकारी, मुखिया एवं कर्मियों के ऊपर भभुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
प्राथमिकी में वर्तमान से लेकर पूर्व मुखिया, बीडीओ एवं अन्य कर्मियों के बयान के साथ-साथ डीएम द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच टीम की विस्तृत रिपोर्ट के अलावा निगरानी की जांच में पाये गये तथ्य को भी लगाया गया है. 200 पन्ने की यह एफआइआर महुआरी पंचायत में सोलर लाइट लगाने में हुई गड़बड़ी की पूरी कहानी बयां कर रही है.
सुपौल : सीओ को 15 हजार रुपये घूस लेते किया गिरफ्तार
त्रिवेणीगंज(सुपौल) : त्रिवेणीगंज के अंचलाधिकारी ध्रुव कुमार को निगरानी अन्वेशन ब्यूरो की टीम ने मंगलवार की सुबह सात बजे उनके सरकारी आवास पर 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. निगरानी अन्वेशन ब्यूरो की गठित टीम में डीएसपी जमीरउद्दीन अंसारी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नजीमउद्दीन, ईश्वर प्रसाद, श्याम कुमार, चंद्रभूषण कुमार, भीम सिंह समेत पुलिस बल शामिल थे.
जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता के द्वारा लगान रसीद निर्गत करने से संबंधित अंचल कार्यालय में दाखिल आवेदन की खोजबीन के लिए निगरानी अन्वेशन ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार अंचल अधिकारी के साथ जनता रोड स्थित स्थानांतरित अंचल नाजिर अशोक यादव के आवास पर पहुंची. अशोक यादव के द्वारा कार्यालय आकर ताला खोला गया और आवेदन का पता किया जाने लगा. पता चला कि राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी अंचल निरीक्षक के पास आवेदन है, शिकायतकर्ता का आवेदन उपलब्ध कराया गया और निगरानी की टीम यहां से करीब 10 बजे रवाना हो गयी.
क्या है मामला : अंचल क्षेत्र अंतर्गत लतौना उत्तर पंचायत के वार्ड नंबर 10 निवासी सिकेंद्र पासवान के द्वारा निगरानी अन्वेशन ब्यूरो पटना में यह शिकायत दर्ज करायी गयी कि उसकी दादी स्व बुलंदी देवी के नाम से खतियान द्वारा जमीन प्राप्त है, जिसका खाता 216, खेसरा 796, रकबा 11 डिसमिल है, जिसकी लगान रसीद निर्गत करने के एवज में अंचलाधिकारी रिश्वत मांग कर रहे हैं. शिकायत के आलोक में निगरानी अन्वेशन ब्यूरो के द्वारा सत्यापन करने के उपरांत आवास पर 15 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. निगरानी अन्वेशन ब्यूरो का त्रिवेणीगंज से पुराना नाता रहा है. इससे पूर्व भी कई पदाधिकारी घूस लेते निगरानी के हत्थे चढ़ चुके हैं.
पूर्णिया जिला के निवासी हैं सीओअंचल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सीओ ध्रुव कुमार का पैतृक घर पूर्णिया जिला अंतर्गत रूपौली प्रखंड के सपहा गांव में हैं. वे वर्तमान में पूर्णिया के मधुबनी में सपरिवार रहते हैं. इससे पहले वह मधेपुरा जिला अंतर्गत गम्हरिया सीओ के पद पर पदस्थापित थे. 18 जुलाई 2018 को उन्होंने त्रिवेणीगंज अंचल के सीओ के रूप में पदभार ग्रहण किया था.