जहानाबाद. परिवार नियोजन पखवारा के तहत सदर अस्पताल में गुरुवार को परिवार नियोजन मेले का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने किया. इस मौके पर डीआइओ डॉ प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि भारत में पूरे विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है. भारत में पूरे विश्व की मात्रा दो प्रतिशत जमीन है जबकि यहां वर्ल्ड की 18 प्रतिशत आबादी रहती है. जबकि पीने के लिए पानी विश्व के कुल पानी का मात्र 4 प्रतिशत है. ऐसे में देश की जनसंख्या को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है. इसी के लिए सदर अस्पताल सहित जिले के सभी अस्पतालों में परिवार नियोजन पखवारा का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर परिवार नियोजन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें लोगों को परिवार नियोजन के संसाधन का इस्तेमाल कर बच्चों की संख्या 2 तक सीमित रखने की अपील की गई है. इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि वर्तमान समय में भारत विश्व की विश्व का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश बन गया है. वहीं बिहार देश में सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य बना है. ऐसे में जनसंख्या पर नियंत्रण करना हम सभी लोगों का फर्ज है, ताकि देश के विकास और सीमित संसाधन का लाभ लोगों को मिल सके. उन्होंने आम लोगों से परिवार को 2 बच्चे तक सीमित रखने का अनुरोध किया. इसके लिए परिवार नियोजन के संसाधनों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, कॉपर टी, माला डी की गोली, सहेली, अंतरा और कंडोम का इस्तेमाल किया जा सकता है. अंतरा की सुई से 3 महीने तक गर्भधारण से बचा जा सकता है. वहीं सहेली नामक पिल्स सप्ताह में 1 दिन लेने से गर्भधारण से रोका जा सकता है. पुरुष नसबंदी और महिला बंध्याकरण गर्भ रोकने का स्थाई साधन है. जबकि कॉपर टी कुछ महीनों या कुछ वर्षों तक बच्चों के अंतर को रखने में मदद करता है. परिवार नियोजन पखवारा जिले में आगामी 22 सितंबर तक चलाया जायेगा. इस दौरान पोस्टर बैनर वन संसाधनों से लोगों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता पैदा करने का अभियान चलेगा और लोगों से अपील की जाएगी कि वह जनसंख्या नियंत्रण के उपायों को अपनाकर सरकार के इस अभियान में मदद करें. इस मौके पर सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी को इस पखवारे के दौरान महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी का लक्ष्य दिया गया है. सदर अस्पताल के लिए 50 और सभी पीएचसी के लिए 60 महिला बंध्याकरण का लक्ष्य दिया गया है. जबकि सभी अस्पतालों के लिए पांच-पांच पुरुष नसबंदी का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है. इसके लिए सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में कैंप लगाए जा रहे है, जहां महिला और पुरुष नसबंदी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की की इस अभियान में हिस्सा लें और खासकर पुरुष नसबंदी पर जोर दें. इसके अलावा महिला बंध्याकरण, कॉपर टी, अंतरा, माला डी और कंडोम सहित अन्य परिवार नियोजन के उपाय कर जनसंख्या पर नियंत्रण पाने में सरकार और देश की मदद करें, ताकि देश के सीमित संसाधन का लाभ देश के लोग उठा सकें.
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